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"जो"
कविता
"इस बार जो बरसा सावन"
जोगन
वो जो रह गई उन बातों का क्या?
माँ ...जो मैंने तुम्हें कभी न बताया
धुंधलापन ------------------------ इस रात के घने अंधेरे में मैं देखना चाहता हूँ चारों ओर इस दुनियाँ का रंग रूप पर कुछ दिखता नहीं पर मन में एक रोशनी सी दिखती है | बस हर तरफ से नजरें हारकर बस उसकी तरफ मुड़ जाती है दिखती है वह दूर से आती हुई पर उस
माहिया
कौन है जो सही है?
प्रेम विश्वास के बिना
जोगन की यात्रा
मुफ़लिस
कामयाबी
लड़कियों को कमजोर समझने की भूल
वह जो मेरे हो न सके
जोगन की यात्रा
जो असलियत है.......
देखकर मुझको थोड़ा सा जो मुस्कराने लगे
जोगन की यात्रा
ये जो मोहब्बत है
बैरंग सी मैं,कभी धूप तो कभी छाँव की तरह
नया ख़्वाब
पाली थी अब तक जो खुशफहमियाँ
उनसे जो हमारी ये मुलाकात हो गई
खत जो भेजा नहीं
देखो देखो नया वर्ष है आया
जो अपने है उनको पराया ना कर
तन ही कमजोर था
अपंग कौन
मै भी मौन तू भी मौन, लफ्जो की खामोशी समझे कौन
तुम जो मिले
मेहरबां है रब जो उसने हमें मिलाया
शौर्य गीत
देखा जो एक फूल को फूल बेचते हुए
दिल एक तिजोरी है
जो कुछ नहीं करते बहुत कुछ करते हैं
दिल जो टूटेगा
जूगनू बनू या कि जोगन
जो तुम रूठ गए
सलीक़े से हवाओं में जो ख़ुशबू घोल सकते हैं
यहां उनका भी दिल जोड़ दो
शामो-सहर रोजो-शब आज और कल बदलते हैं
शख़्स जो बे-हद खास होते हैं
जो कभी नहीं रोते बशर उन्हे क्या ग़म नहीं होते
काश लूटने कोई हमारे रंजो -मलाल आ जाता
सु पंथ पर चले जो
जीवन वह है बशर जो हम ने जिया है
कभी जो
इश्क़ में 💫
तवज्जोह किया करो दिलके मकान की
अपना कातिल 🔪
चले जाएं रंजो-मलाल भी
वस्ल-मुलाक़ात के तहज़ीब को न भूल जाना
तुम साथ तो दे दो 💫
सुख़न जो ख़ामोशी से अयाँ होता है
मुतमईन रहो 🤭
जोरो-जुर्म राख हो जाएं
तेरे दिल की 💞
वक्त बुरा था ⏱️
तुमजो चाहोतो फ़ासले और बढा लो
इल्ज़ाम 🔪
जीने से सरोकार छोड़ दिया
जो हमें भूल जाते हैं
रंजो-मलाल नहीं
तुम काबिल हो ❤️
जेबों में नहीं दिलों में संजोये जाते हैं
जेबों में नहीं दिलों में संजोये जाते हैं
जो झुक गए तो कुछ नहीं
अवसर जो तेरे पास है
बस तू ही तू है ❤️
खोटे सिक्कों के जोर से
जो दिखाई दे वह सच हो, यह सच नहीं
तेरी मुस्कुराहट 😊
तेरे दिल से मेरे दिल 💞💞
खो सा गया 😇😇
नारी तुम कमजोर नहीं
जिस के पैरों में फटे बिवाई
हालात-ए-हकीक़त
तेरा नाम लिख दिया ✍️
क़यामत की बारी है
अल्हम्दुलिल्लाह ❤️
रंजो-मलाल का अंबार
फकीरों ने ✨✨
बे-ख़बर बेख्याल से
ना सताया कर 🥹
चांद का नूर 🌙
मोहब्बत का रास्ता 💫
तू बना दे 💫
चर्चे 😍
जोर आता है निभाने में
मेरा नाम नही 🥵
धुआं 🔥
जंगल जोगी का ठिकना है
परेशान कर गया 💔🥀
जोशो-ख़रोश पाने में नहीं
लम्हे जो जी लिए अपने नाम चाहिए
उनका क्या करें जो दिल में समाए हैं
वोभी जाने जो हमसे कहा न जाए
रोशन चेहरा तेरा ☺️
तुमने रुख़सार पर अपने ये जो तिल लगा रक्खा है
धोखे खाने का आदि जो हो गया है
वही दूर हैं जो सबसे क़रीब हैं
जो डूबन चाहो रस माधुरी........
इन्सान से जोरोजब्र नहीं
चांद ही की ईद हो जाती है
चांद ही की ईद हो जाती है
तेरे बाद 💔
बेकाबू कर 🙏
बेरंग अपने 🥹
कुछ पल 🥹
अधूरी ना छोड़ो 🥀
इश्क़ 💔🥀
जोशो-जज़्बे का हुनर होता है @
नाकाम मोहब्बत 🥹
जेरो-ज़र पर नज़र रखता है @"बशर"
मन नहीं भरता 🥰
जिस्मों से इश्क़ 🥀
कितने लोग वो देखते हैं जो उन से छुपाया जा रहा है! @"बशर"
तू मिला हैं 🥹
शुक्रिया आपका 🥰🥰
मिसाल 🥀🥀
तुम हों 💖
चांद 🌙
तू दीवानी हैं 🥰🦋
तक़दीर से 🦋🙌
दम निकला हैं 🥀🥹
नर्म लहजों में बात करें
रखो माहौल का पूरा ध्यान
तुझे पहचानू मैं 🥹
इश्क़ हमारा 😇✌️
जीनाही छोड़दे बशर ग़मे-रंजो-मलाल में
अंग्रेजों को ही नहीं अंग्रेजियत को भो निकालना चाहते थे
दरिया के संग बहते हुए किनारें हैं हम
लाजवाब लगता हूं 🔥🔥
अब जी चाहता हैं मेरा 🤐🤐
जो सुनी न गई वो बातें उसने सुनी
मोहतरमा 🤩
फ़जूल की उम्मीदमें अपनाही तमाशा क्यूंकरें हम
मसर्रतों का गुल खिला नहीं
अजूबा यहाँ पर नहीं 'बशर' कोई इकलौते हैं
कहीं पहूँच नहीं पाता है
रंजोग़म का नदीम बनकर जीना हमें मंज़ूर नहीं
तुमसे जो प्यार कर बैठे हैं 😍
वो देखने की कोशिश नहीं की जो उससे छुपाया गया है
जो हमारे ख़्यालों में है हमारी तक़दीर में नहीं
फूल गुलाब का 🥀
ख़ामुशी मेरी उड़ाकर रखदेगी नींद तुम्हारी रातों में
तेरी अदाएं 💕
जिसके हाथमें जो था उसने दिया उछाल
सारी क़ायनात की तस्वीर बदल जाएगी खुद बदलो तुम्हारी तक़दीर बदल जाएगी सुकून -ए-क़ल्ब अपना कायम रखो बशर बाहरके रंजो-ग़म की तासीर बदल जाएगी
सनम 💓
प्यार आया हैं 💓
खुद को हया आती है
कहानी
जोमैटो
बात जोहता डेरा
जो बोया वो पाया
श्राद्ध
" सासु वही जो बहू मन भाए " 💐💐
"मैंने जो कुछ अपने दादाजी से सीखा " 🍁🍁
" आस्था " 🍁🍁
" बेबी चांदनी " 🍁🍁
अरेंज मैरिज पार्ट 1
लेख
शरद मतलब, जोशी..
जो कह ना पाई
होई सोई जो राम रची राखा
कली जो खिल नहीं पाई
जिंदगी थी जो पन्नों पे उतार दी
जनरल जोरावर सिंह की जयंती
सफलता का जादू
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