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चांद 🌙 - Firoz Khan Madni (Sahitya Arpan)

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चांद 🌙

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चांद 🌙

आसमां में चमकते चांद का नूर भी तेरे आगे फीका हैं ।
जबसे तू मेरे साथ में दिखा हैं ।
ना कोई तुझसा हैं और ना कोई मुझसा हैं ?
जबसे मेरे खुदा ने तुम्हें मेरे नसीब में लिखा हैं ।

फिरोज़ खान मदनी

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