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तेरे बाद 💔 और फिर कहा मिला मुझे सुकून, तेरे बाद । बहुत भटका मैं यहां वहा दरबदर, तेरे बाद । तुम थी तो हज़ार खुशियां थी मेरे पास ? ना जाने अपनों की कितनी साजिशों में घिरा मैं, तेरे बाद । फिरोज़ खान मदनी