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कवितानज़्म
तहज़ीब-ए-तालीम तो येह भी है कि नीचे सुरों में बात करें एतमादो-एहतराम के साथ कम से कम लफ़्ज़ों में बात करें आपसे मिलना किसीके लिए यादगार मुलाक़ात बन जाए बस याद रखने लायक लज़्ज़तदार नर्म लहजों में बात करें @"बशर"