Help Videos
About Us
Terms and Condition
Privacy Policy
तुम हों 💖 - Firoz Khan Madni (Sahitya Arpan)

कवितारायगानीनज़्मअतुकांत कविताबाल कवितालयबद्ध कवितागजलदोहाछंदचौपाईघनाक्षरीअन्यगीत

तुम हों 💖

  • 124
  • 2 Min Read

तुम हों 💖

के मेरी रातों में मेरी बातों में तुम हों ।
मेरे वादों में मेरी यादों में तुम हों ।
और क्या चाहती हों मुझसे.. !
मैं तुमसे आगे जा नहीं सकता ?
तुम इस बात से अंदाजा लगा लो.. !
मेरे ख्वाबों ओ ख्वालों बस तुम हों ।

फिरोज़ खान मदनी

29d8298ae5de1151236130aee52890f6_1724424730.jpg
user-image
प्रपोजल
image-20150525-32548-gh8cjz_1599421114.jpg
वो चांद आज आना
IMG-20190417-WA0013jpg.0_1604581102.jpg
माँ
IMG_20201102_190343_1604679424.jpg
तन्हा हैं 'बशर' हम अकेले
1663935559293_1726911932.jpg
ये ज़िन्दगी के रेले
1663935559293_1726912622.jpg