कवितारायगानीनज़्मअतुकांत कवितालयबद्ध कवितागजलदोहाछंदचौपाईघनाक्षरीअन्यगीत
मन 🤭
ये लाखों दफा देखा गया तेरा हसीन चेहरा.. !
इससे मेरा मन नहीं भरता 🤭
अपने दिल से मजबूर हूं मैं.. !
ना चाहते हुए भी तुमसे प्यार हैं करता 🥰
रिश्ता तो नहीं हैं हमारे बीच में कुछ भी यारा 🥹
ना जाने क्यूं मेरा दिल.. !
तुमपे एक तरफा यूंही हैं मरता 😘
फिरोज़ खान मदनी ✨