कवितारायगानीनज़्मगजलदोहाछंदचौपाईघनाक्षरीअन्यगीत
अधूरी ना छोड़ो 🥀
तुमसे जो मेरी हसरतें जुड़ी हैं, उसे अधूरी ना छोड़ो ।
तुम्हारे लबों से जो निकली हैं बातें, उसे अधूरी ना छोड़ो ।
जो भी केहना है वो सब कह दो मुझसे वक्त का कोई भरोसा नहीं ?
देखो बेवजह यूंही तुम मेरे दिल की ख्वाहिशों को, अधूरी ना छोड़ो 🥀
फिरोज़ खान मदनी