#Entries 17
#Likes 19
Start Date 05-Mar-21
End Date 10-Mar-21
Writer | Rank | Certificate |
---|---|---|
Meeta Joshi | Certificate | |
Pallavi Rani | Certificate | |
Poonam Bagadia | Certificate |
Competition Information/Details
नमस्कार साहित्यिक स्वजनों
आप सभी के समक्ष हम उपस्थित हैं, शब्दचित्र लेकर, मतलब तस्वीर भी है शब्द भी है। तो शब्द पढिए रचना गढ़िए। चित्र निहारिये, लिख डालिये, और भेज दीजिये हमें अंतिम तारीख से पहले।
लेखन से सम्बंधित महत्पूर्ण नियम :-
1. रचनाएं विषयानुसार ही लिखे.. धार्मिक राजनैतिक भावनाओं को आहत करने वाली रचना न हो।
2. यदि रचना लम्बी है तो आप उसे भाग में विभाजित कर डाल सकते है।
3. वेबसाइट पर पोस्ट करने के उपरांत अपनी रचना या उसका लिंक सोशल मीडिया पर साझा कर सकते हैं।
4. रचना पोस्ट करने के लिए एडिटिंग ऑप्शन में इवेंट का चुनाव करना न भूले।
5. रचना के साथ चित्र कोई भी सलंग्न अवश्य करें।
आप सबकी रचनाओं का स्वागत एवं इन्तज़ार रहेगा... सार्थक लेखन हेतु अग्रिम शुभकामनाएं....
धन्यवाद
साहित्य अर्पण कार्यकारिणी
कहानीलघुकथा
ऑफिस पहुँच विपिन को माँ का भाग कर कोट लेकर आना रह-रहकर याद आ रहा था।माँ आज भी वही थी।वही प्यार वैसी ही चिंता।आज भी मेरी तकलीफ से उसकी आह निकल जाए।सालों बाद उसके साथ हूँ।वो इतने सालों में मेरे लिए
Read More
बहुत सुंदर। बहुत ही सच्चे भाव
धन्यवाद शिवम जी🙏😊
भावपूर्ण और ह्रदयस्पर्शी..!
धन्यवाद सर🙏आप comment करते है तो।लगता है कुछ अच्छा लिखा है।
माँ के निश्चल प्रेम से भरपूर सच्ची कहानी👌
Thanku❤️
माँ की भावनाओं का भावुक चित्रण।बहुत खूब।
शुक्रिया
कहानीसंस्मरण
मां की स्मृतियाँ
माँ के नाम मात्र से असंख्य स्मृतियाँ साकार हो जाती हैं. अपने से बड़ों का हमेशा आदर करना सिखाने वाली, कहानियाँ सुनाने वाली, भूत से डर भगाने वाली, जबरदस्ती, मिन्नत करके सिर में तेल
Read More
ये तो सच है सर मां के साथ बीते पल बेहद खूबसूरत और सुखदायक थे..उनके बाद उनके साथ के लिए ह्रदय रो उठता है..!🙏🏻
जी. पूनम..!
माता-पिता की मधुर स्मृतियां सदा साथ रहती हैं।सच, कभी कभी अपनी नासमझी पर रुला भी देतीं है।
अम्रता जी..! धन्यवाद 🙏
बहुत ही जीवन्त संस्मरण.....👌👌👌
जी. धन्यवाद
संस्मरण बहुत सुंदरता से लिखते हैं आप🙏💐
जी..! धन्यवाद!
कहानीलघुकथा
जब एक नादां दिल ने बुजुर्ग दिल से पूछा कि एक मां का दर्ज़ा इतना ऊंचा क्यों होता है, तो उस बुजुर्ग दिल ने वक्त का पहिया थामकर अपनी गति को रोक लिया और अतीत के धड़कनों में से कुछ धड़कनों को जिंदा करके , उस
Read More
कवितालयबद्ध कविता
माँ - मेरी ख्वाहिशें पूरा करती है,
सुबह वो बोझ लिए सबसे पहले उठती है....
बिना किसी शिकायत के काम वो हफ़्ते-महीने करती है..
सुकून में भी वो सबके बारे में सोचती है...
माँ ....मां की एक अलग दुनिया हुआ करती है...
जहाँ
Read More
लेखआलेख
विश्व महिला दिवस के बहाने
;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;
आज विश्व महिला दिवस है | किसी दिन विश्व पुरूष दिवस भी मनाया जाता है | लेकिन क्या है ऐसे दिवस के मायने मुझे यह आजतक समझ में नहीं आया | क्या ऐसे दिवस मनाने से
Read More
कविताघनाक्षरी
माँ और ममता
**************
ये माँ भी ना, जाने किस मिट्टी की बनी होती हैं ।
असह्य वेदना सहकर सृजन का संसार गढ़ती हैं ।।
🙏
दिल के टुकड़े को अंक लगाये,
गिले बिस्तर पे भी खुशी से सोती हैं
ये माएँ भी ना,जाने किस
Read More
कहानीप्रेरणादायक
मां मुझे बचा लो ! मैं अभी मरना नहीं चाहता।मै आपका अच्छा बेटा हू ना मां। अठारह वर्ष का संजीत अस्पताल में अपनी मां से लगातार बोले जा रहा था।
मां बस बेबसी से बेटे को देखे जा रही थी।
दो बहनो का इकलौता
Read More
कवितालयबद्ध कविता
शीर्षक - नारी तू वो शक्ति है
नारी तू वो शक्ति है
जो देश भी बदल सकती है
तू ही समाज के किसी भी क्षेत्र को
पुरुषों से बेहतर संभाल सकती है
तू ही परिवार और देश की आर्थिक स्थिति का प्रबंधन सक्षम
ढंग से कर
Read More
कविताअन्य
(मम्मी के जाने के बाद जब पहली बार उनके बिना ननिहाल गई ...)
शीर्षक: "काश मिले फिर तेरे आँचल का कोना"
यादों के आँचल में छिपी
माँ तेरी ममता की गरमाई
काश मिले तेरे आँचल का कोना
तेरी खुशबू फिर मुझसे टकराई
आज
Read More
बहुत भावुक और मर्मस्पर्शी लिखा
धन्यवाद...🙏🏻
मर्मस्पर्शी अभिव्यक्ति..!!
हार्दिक आभार सर...!🙏🏻
बहुत सुंदर रचना पूनम दिल छू लिया
शुक्रिया...🙏🏻🌹
कवितालयबद्ध कविता
8 मार्च , महिला दिवस
मां की अनुभूति
==============
मां तू रुह आधारी
हमें हो जीवन देती
पालन करती पोषण देती
वात्सल्य से जग भर देती
लाड प्यार को रहती तत्पर
खिलाने को स्मित आतुर
तु हाथ पकड़े चलती डोर
Read More
कविताअतुकांत कविता
#माँ
जीवन पथपर प्रतिपल माँ की छाया चलती है...
सूक्ष्म से भ्रूण को जो है करती,अपने रक्त से सींचित.
डाल अपने प्राणों को जीवन -मृत्यु के बीच
देती जन्म शिशु को, और कहती हुआ पूर्ण जीवन मेरा
किन शब्दों में
Read More
कविताअतुकांत कविता
माँ!
शुक्रिया अदा करता हूँ हृदय से
ईश्वर का
ईश्वर स्वयं न आ सके हमारी मदद के लिए
इसलिए ईश्वर ने
आपको भेजा हमारी मदद के लिए
हम पुत्रों का ख़्याल रखने के लिए
हमारी ख़ुशियों की परवाह करने के लिए।।
माँ!
शुक्रिया
Read More
कहानीलघुकथा
सौतेली मां ****
**********
आज मीरा अपने आंसूओ को बार बार साड़ी के पल्लू से पोंछ रही थी । आज उसकी दोनों बेटियाँ एक साथ विदा हो रही थी हां वही बेटियाँ जिनको सब परिवार वालों ने उससे अलग करना चाहा था क्योंकि बह
Read More
कविताअतुकांत कविता
बिटिया कहे
देखा है हमने!
बचपन से ही जोड़ने लग जाता है हर पिता,
संदूकची में कई सारी पास बुक!
और जोड़ता हैं उसमें ढेरों उम्मीद--
खुद की ख्वाईशों पर पैबंद लगा !!
आखिर क्यूं डरता तू ??
देखा है हमने!
अक्सर
Read More
आपने प्रतियोगिता गलत मेंशन कर दी है।
एकता जी आपके प्रोफाइल में जाकर एडिट करके इसे सही वाली प्रतियोगिता में attach करना था।
Hello neha ji please suggest how can i change because mail id se b mera connect nh ho rha tha mene facebook se kiya fir