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Sahitya Arpan - Pallavi Rani
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Pallavi Rani

Writer's Pen Name not added

भावनाओं को अल्फाज़ दे देती हूं वो अंदाज,
अल्फाजों के मोती से सजे कविताओं का साज।
कविता सखी तो मेरे बचपन की है ,
मुझमें ही बसती है वो।
संग अपने मुझको भी रचती है वो
लेखन की दुनिया की यूँ तो नन्ही सी ज्योति हूँ,
सच कहती हूँ, आपके दिलों को छू जाएंगे ।
दोगे ना आप सब मेरा साथ? ??
पल्लवी रानी
कल्याण, महाराष्ट्र

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    Section Genre Rank
    कविता घनाक्षरी Second
    कविता भजन Third

    कवितालयबद्ध कविता

    तेरे मेरे सपने ❤

    • Edited 2 years ago
    Read Now
    • 149
    • 2 Mins Read

    तेरे मेरे सपने
    ❤❤❤❤❤

    मिलन की मधुरिम बेला में
    खिलेगा जब वो चाँद गगन ।

    कम्पित अधरों की भाषा को
    समझेंगे चुपचाप नयन ।

    सपनों के कुछ दीप लिये
    हम एक-दूजे में होंगे मग्न ।

    तुम मेरी आंखें पढ़ लेना
    मैं
    Read More

    तेरे मेरे सपने ❤,<span>लयबद्ध कविता</span>
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    कवितालयबद्ध कविता

    आशा एक किरण *

    • Edited 2 years ago
    Read Now
    • 221
    • 3 Mins Read

    आशा एक किरण
    🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟
    मुश्किल है डगर लम्बा है सफर
    मंज़िल की फ़िकर घबराए जिगर
    अपनों में ही अपने ढूंढे नजर
    जीवन की परीक्षा आंखें सजल
    उम्मीदों की तु डोर पकड़
    माना पथरीले हैं रास्ते
    तुझे चलना
    Read More

    आशा एक किरण *,<span>लयबद्ध कविता</span>
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    Kamlesh  Vajpeyi

    Kamlesh Vajpeyi 2 years ago

    सकारात्मक स्रजन

    Kamlesh  Vajpeyi

    Kamlesh Vajpeyi 2 years ago

    सकारात्मक स्रजन

    कवितालयबद्ध कविता

    फूल 🌸

    • Edited 3 years ago
    Read Now
    • 384
    • 3 Mins Read

    फूल
    🌸🌸🌸🌸🌸

    जीवन की रंगीं फुलवारी में,
    मन की हर एक क्यारी में
    जब सपने सलोने बसते देखे।
    भावों के फूल विहँसते देखे।।
    🌸
    सुख-दुख की अमिट रवानी में,
    बनती हर नयी कहानी में
    सजल नयन जब हंसते देखे।

    Read More

    फूल 🌸,<span>लयबद्ध कविता</span>
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    Kamlesh  Vajpeyi

    Kamlesh Vajpeyi 3 years ago

    सुन्दर रचना

    Kamlesh  Vajpeyi

    Kamlesh Vajpeyi 3 years ago

    सुन्दर रचना

    Vineeta Lawania

    Vineeta Lawania 3 years ago

    बहुत सुंदर

    Pallavi Rani3 years ago

    हार्दिक आभार 🙏

    शिवम राव मणि

    शिवम राव मणि 3 years ago

    बहुत खूब

    Pallavi Rani3 years ago

    सादर धन्यवाद 🙏

    कविताअतुकांत कविता

    जीवन - गीत

    • Edited 3 years ago
    Read Now
    • 173
    • 5 Mins Read

    जीवन गीत ❤
    *************

    ये माना कि, अभी आँधियों का दौर है,
    जिंदगी खामोश, परेशान हर नजर है
    मौत नाचती हर घड़ी चारो ओर है।
    सिसकती उम्मीदें टूटते सपने ,
    घिरते अंधेरों में छूटते अपनों से अपने
    विरान घर ,सुनी
    Read More

    जीवन - गीत ,<span>अतुकांत कविता</span>
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    कविताभजन

    नवदुर्गा माँ जगदंबा 🌺

    • Edited 3 years ago
    Read Now
    • 491
    • 5 Mins Read

    नवदुर्गा माँ जगदंबा
    🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺

    चैत्र नवरात्रि नव संवत्सर,
    माँ जगदंबे आयीं घर ।
    🌺
    माँ शैलपुत्री का रूप निराला
    चहूँ ओर फैला उजियारा ।
    🌺
    माँ ब्रह्मचारिणी का निर्मल स्वरूप
    माँ चन्द्रघण्टा
    Read More

    नवदुर्गा माँ जगदंबा 🌺,<span>भजन</span>
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    Kumar Sandeep

    Kumar Sandeep 3 years ago

    सुसृजन

    Pallavi Rani3 years ago

    आभार 🙏

    नेहा शर्मा

    नेहा शर्मा 3 years ago

    बहुत बढ़िया

    Pallavi Rani3 years ago

    सादर आभार 🙏

    Kamlesh  Vajpeyi

    Kamlesh Vajpeyi 3 years ago

    जै मां🙏🙏

    Pallavi Rani3 years ago

    जय माता दी 🙏

    कविताअतुकांत कविता

    धुंध *

    • Edited 3 years ago
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    • 218
    • 5 Mins Read

    धुंध *
    *******

    भारत के वीर सपूतों ने,
    सर्वस्व स्वयं बलिदान किया ।
    आने वाली पीढ़ी की आंखों में
    नए भारत का आह्वान किया।

    देश प्रेम मनोभाव पिरोकर ,
    आजाद - पथ प्रदान किया
    किन्तु कैसा प्रभंज मचा ।
    आजाद देश
    Read More

    धुंध *,<span>अतुकांत कविता</span>
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    Kamlesh  Vajpeyi

    Kamlesh Vajpeyi 3 years ago

    खूबसूरत रचना

    Pallavi Rani3 years ago

    आपका उत्साहवर्धन हमेशा मुझे आगे और अच्छा लिखने को प्रेरित करता है, हार्दिक आभार आदरणीय 🙏🙏

    नेहा शर्मा

    नेहा शर्मा 3 years ago

    बेहतरीन ❤️

    Pallavi Rani3 years ago

    आपकी उत्साहवर्धक टिप्पणी यूँ ही प्रेरित करती रहे, हार्दिक आभार 😊🙏❤

    कविताबाल कविता

    चॉकलेट का घर 🍬🍭

    • Edited 3 years ago
    Read Now
    • 161
    • 5 Mins Read

    चॉकलेट का घर
    🍭🍬🍭🍬🍭🍬

    संडे की प्यारी सुबह में ,
    मैंने सपना देखा प्यारा
    ना राजा ना रानी उसमें ,
    आओ पापा तुम्हें सुनाऊँ।
    🍫
    चाकलेट का एक घर बनवाऊं
    खुशियों का संसार सजा लूँ
    घर होगा कितना न्यारा सा
    Read More

    चॉकलेट का घर 🍬🍭,<span>बाल कविता</span>
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    नेहा शर्मा

    नेहा शर्मा 3 years ago

    बहुत खूब

    Pallavi Rani3 years ago

    आत्मिक आभार आदरणीया 😊🙏

    कवितागीत

    मिलन रूत ❤

    • Edited 3 years ago
    Read Now
    • 234
    • 5 Mins Read

    मिलन रूत ❤
    ❤❤❤❤❤

    कोरस पंक्तियाँ❤
    मिलन रूत आयी, मिलन रूत आयी
    बधाई हो बधाई ,मिलन रूत आयी।

    गीत ❤
    लायी हैं बहारें , प्यार की फुहारें
    प्यार की फुहारों, लायी हैं बहारें ।
    पिया सुन प्रीत की धुन गाते
    Read More

    मिलन रूत ❤,<span>गीत</span>
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    नेहा शर्मा

    नेहा शर्मा 3 years ago

    👌🏻

    Pallavi Rani3 years ago

    हृदय से आभार 🙏😊

    Poonam Bagadia

    Poonam Bagadia 3 years ago

    बहुत सुंदर रचना..👌

    Pallavi Rani3 years ago

    हार्दिक आभार 🙏😊

    कवितालयबद्ध कविता

    ब्याह के लड्डू*

    • Edited 3 years ago
    Read Now
    • 259
    • 5 Mins Read

    ब्याह के लड्डू *
    🌸🌸🌸🌸🌸🌸

    अंगने में जा बैठी कन्या,
    वर से मुँह को मोड़ के
    जाओ मैं नहीं जाना
    तुम संग रिश्ता जोड़ के ।
    वर का तब जी घबराया
    ब्याह पर कैसा संकट आया,
    बोला ऐसे मुँह ना मोड़ो

    Read More

    ब्याह के लड्डू*,<span>लयबद्ध कविता</span>
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    Kumar Sandeep

    Kumar Sandeep 3 years ago

    अति सुंदर सृजन😊😊

    Pallavi Rani3 years ago

    सादर धन्यवाद 🙏

    Meeta Joshi

    Meeta Joshi 3 years ago

    बहुत खूब

    Pallavi Rani3 years ago

    हार्दिक आभार 🙏😊

    कवितागीत

    मतवाले होली के *

    • Edited 3 years ago
    Read Now
    • 175
    • 4 Mins Read

    होली आयी री सांवरी रंग भर के
    आ जा मस्ती में झूमे गायें - २
    फागुन फिर से आया - आ हा
    रंगीली होली लाया - आ हा
    सबका जी हरषाये - हाँ जी
    अब तो रहा ना जाए - हाँ जी
    होली आयी ओ सांवरी रंग भर के
    आ भर लें अपनी
    Read More

    मतवाले होली के *,<span>गीत</span>
    user-image
    Meeta Joshi

    Meeta Joshi 3 years ago

    बहुत खूब

    Pallavi Rani3 years ago

    हार्दिक आभार 🙏😊

    नेहा शर्मा

    नेहा शर्मा 3 years ago

    बहुत प्यारी सी रचना। 👌🏻

    Pallavi Rani3 years ago

    हार्दिक आभार 🙏😊🌹

    Meeta Joshi

    Meeta Joshi 3 years ago

    वाह!👍

    Pallavi Rani3 years ago

    हार्दिक आभार 🙏😊🌹

    कहानीसामाजिक, प्रेरणादायक, लघुकथा

    स्टैटस- एक और लौकडाउन *

    • Edited 3 years ago
    Read Now
    • 466
    • 16 Mins Read

    *स्टैटस-एक और लौकडाउन *
    ***************************

    मार्च 2020, कोरोना काल-सुनी सडकें, सुने खेल के मैदान, बंद दुकानें, बंद स्कुल, चारों तरफ पसरा सन्नाटा। सरकार ने लौकडाउन की घोषणा कर दी है। बड़े- बूढे, बच्चे सभी घर में
    Read More

    स्टैटस- एक और लौकडाउन *,<span>सामाजिक</span>, <span>प्रेरणादायक</span>, <span>लघुकथा</span>
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    Bhavya Bhushan

    Bhavya Bhushan 3 years ago

    Very nice..🌹❤

    Pallavi Rani3 years ago

    thank you❤

    Kamlesh  Vajpeyi

    Kamlesh Vajpeyi 3 years ago

    बहुत सुन्दर, भावपूर्ण और मर्मस्पर्शी...! मन की अभिव्यक्ति ऐसे में बहुत आवश्यक है..!

    Pallavi Rani3 years ago

    सादर आभार आदरणीय 🙏

    Chaudhary Saurabh

    Chaudhary Saurabh 3 years ago

    Achi h....

    Pallavi Rani3 years ago

    thank you

    कविताअतुकांत कविता

    सफ़र यादों का ❤

    • Edited 3 years ago
    Read Now
    • 223
    • 4 Mins Read

    सफ़र यादों का
    ❤❤❤❤❤❤
    एक सफ़र वो था,
    जिसमे जिन्दगी के खूबसूरत ख्वाब बुनते
    हमराही हम साथ थे !
    एक सफ़र आज है
    तुम्हारी यादें हमसफर हैं ••• सफ़र तो अब तक जारी है ,
    उन
    Read More

    सफ़र यादों का ❤,<span>अतुकांत कविता</span>
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    कवितानज़्म

    जुदाई*

    • Edited 3 years ago
    Read Now
    • 237
    • 4 Mins Read

    जुदाई*
    ❤❤❤❤❤
    रास्ते खो गये, हम जुदा हो गये.
    रास्ते खो गये, हम जुदा हो गये

    ❤नायिका ❤
    वक्त का है सितम, पल में भीगे नयन
    माँगा था हमने क्या, एक तुम्हारे सिवा
    मिलते-मिलते जुदा हो गये
    रास्ते खो गये, हम जुदा
    Read More

    जुदाई*,<span>नज़्म</span>
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    पं. संजीव शुक्ल 'सचिन'

    पं. संजीव शुक्ल 'सचिन' 3 years ago

    बहुत सुंदर अभिव्यक्ति

    Pallavi Rani3 years ago

    सादर आभार आदरणीय

    Poonam Bagadia

    Poonam Bagadia 3 years ago

    वाह... बहुत ही सुंदर..!👌👌

    Pallavi Rani3 years ago

    सादर धन्यवाद 🙏

    कविताघनाक्षरी

    माँ और ममता *

    • Edited 3 years ago
    Read Now
    • 192
    • 7 Mins Read

    माँ और ममता
    **************
    ये माँ भी ना, जाने किस मिट्टी की बनी होती हैं ।
    असह्य वेदना सहकर सृजन का संसार गढ़ती हैं ।।
    🙏
    दिल के टुकड़े को अंक लगाये,
    गिले बिस्तर पे भी खुशी से सोती हैं
    ये माएँ भी ना,जाने किस
    Read More

    माँ और ममता *,<span>घनाक्षरी</span>
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    कविताघनाक्षरी, अन्य

    काजल*

    • Edited 3 years ago
    Read Now
    • 168
    • 3 Mins Read

    काजल*
    ❤❤❤❤

    सजल नयन में स्वप्न घनेरे,
    कितनी बातें कितने गहरे
    कह दें आंखें जब भी देखा
    वो चंचल काजल की रेखा।।

    गहरी- गहरी कमल की पांखें,
    मौन तुम्हारा मुखरित कर दें
    जब भी मैंने उनको परखा
    भेद हृदय
    Read More

    काजल*,<span>घनाक्षरी</span>, <span>अन्य</span>
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    नेहा शर्मा

    नेहा शर्मा 3 years ago

    wow ❤️

    Pallavi Rani3 years ago

    आत्मिक आभार ❤

    कवितानज़्म

    छलकते जज्बात *❤

    • Edited 3 years ago
    Read Now
    • 124
    • 5 Mins Read

    छलकते ज़ज्बात
    ❤❤❤❤❤❤
    नायक👇
    हुआ दिल बेकरार ..आज यार.. क्या कीजे ।
    खो गया है करार जाने-बहार क्या कीजे ।। ...२

    तन्हा-तन्हा थी शाम अब हसीन लगती है
    वो भी मेरी तरह ही बेकरार लगती है.....लगती है
    अब नहीं खुद
    Read More

    छलकते जज्बात *❤,<span>नज़्म</span>
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    Poonam Bagadia

    Poonam Bagadia 3 years ago

    बहुत खूबसूरत...!👌👌👍

    Pallavi Rani3 years ago

    आभार ❤

    नेहा शर्मा

    नेहा शर्मा 3 years ago

    बहुत ही प्यारा 👌🏻

    Pallavi Rani3 years ago

    बहुत आभार 🌹❤

    कविताघनाक्षरी

    *कसक*

    • Edited 3 years ago
    Read Now
    • 154
    • 5 Mins Read

    * कसक *
    ❤❤❤❤❤
    ✍✍
    शहर की ऊँची इमारतों और,
    चमचमाती चकाचौंध में।
    वो तारों की मनभावन टिमटिमाहट
    ढूँढती हैं मेरी उदास आंखें ।।
    ✍✍
    दो कमरों के बंद फ्लैट के,
    कुशन लगे सोफ़े पर बैठ
    खुले आंगन की चारपाई
    Read More

    *कसक*,<span>घनाक्षरी</span>
    user-image
    Shashi Ranjana

    Shashi Ranjana 3 years ago

    बहुत सुंदर👍👍

    Pallavi Rani3 years ago

    धन्यवाद 🌹

    Vivek Prajapati

    Vivek Prajapati 3 years ago

    बेहतरीन अंदाज के साथ पेश किया आपने

    Pallavi Rani3 years ago

    बहुत आभार आदरणीय

    कविताघनाक्षरी

    *कसक*

    • Edited 3 years ago
    Read Now
    • 228
    • 5 Mins Read

    * कसक *
    ❤❤❤❤❤
    ✍✍
    शहर की ऊँची इमारतों और,
    चमचमाती चकाचौंध में।
    वो तारों की मनभावन टिमटिमाहट
    ढूँढती हैं मेरी उदास आंखें ।।
    ✍✍
    दो कमरों के बंद फ्लैट के,
    कुशन लगे सोफ़े पर बैठ
    खुले आंगन की चारपाई
    Read More

    *कसक*,<span>घनाक्षरी</span>
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    Kamlesh  Vajpeyi

    Kamlesh Vajpeyi 3 years ago

    सुन्दर और भावपूर्ण..!

    Pallavi Rani3 years ago

    सादर धन्यवाद 🙏

    कवितागीत

    वो लड़की*

    • Edited 3 years ago
    Read Now
    • 186
    • 4 Mins Read

    वो लड़की
    ❤❤❤❤❤
    वो लड़की अल्हड़ अनजानी सी,
    छू गयी हृदय के तार सभी ।

    उसकी भोली सी बातें सुनकर ,
    मन भाव विभोर मुस्काता है ।
    दिन डूबा कब साँझ ढली अब
    दिल कुछ भी समझ ना पाता है।

    कानों में घुली मिसरी की
    Read More

    वो लड़की*,<span>गीत</span>
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    Ritu Garg

    Ritu Garg 3 years ago

    क्या बात बहुत सुंदर

    Pallavi Rani3 years ago

    धन्यवाद आदरणीया

    Poonam Bagadia

    Poonam Bagadia 3 years ago

    बहुत प्यार भरी रचना है आपकी, बहुत बढ़िया चित्र का चयन भी बखूबी किया..! ऐसे ही लिखते रहे शुभकामनाएं..!💐

    Pallavi Rani3 years ago

    आत्मीय आभार आदरणीया

    नेहा शर्मा

    नेहा शर्मा 3 years ago

    बहुत खूबसूरत यह तस्वीर मानो जीवित कर रही है रचना को। बहुत प्यारा सा लिखा है आपने

    Pallavi Rani3 years ago

    हार्दिक आभार आदरणीया

    कवितालयबद्ध कविता

    'मधुमास'-ऋतुराज बसंत

    • Edited 3 years ago
    Read Now
    • 351
    • 4 Mins Read

    'मधुमास '-ऋतुराज बसंत
    ❤❤❤❤❤❤❤❤

    चूनर ओढ़ कर पीली-पीली ,
    आज धरा शरमायी है ।
    हर्षित है चहुं ओर दिशा,
    कलियों पर छायी तरुणाई है।
    ऋतुराज की मोहक छवि पर
    वसुधा अधीर इतरायी है ।

    सौन्दर्य अलौकिक अनुपम
    Read More

    'मधुमास'-ऋतुराज बसंत ,<span>लयबद्ध कविता</span>
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    कविताछंद

    ऑनलाइन इश्क *

    • Edited 3 years ago
    Read Now
    • 313
    • 7 Mins Read

    'ऑनलाइन इश्क '
    *********************

    ये 'ऑनलाइन वाला इश्क' भी ना ,
    क्या कमाल करता है ।
    कमबख्त दिल का नही कसुर ये,
    मोबाइल का इख्तियार लगता है ।

    देख के वो कजरारी आंखें ,
    दिल धक-धक सौ बार हुआ ।
    देखी उसकी सुंदर डी .पी.,
    एक
    Read More

    ऑनलाइन इश्क *,<span>छंद</span>
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    कविताअतुकांत कविता

    संवेदना *

    • Edited 3 years ago
    Read Now
    • 167
    • 5 Mins Read

    संवेदना
    **********
    जरा मुझे भी सुनो कलमकार,
    तुम क्या पाना चाहते हो?
    तुम्हारी कलम और तुम्हारी अभिव्यक्ति ,
    आईना है तुम्हारी सोच का ।
    वो हर शब्द जो तुम लिखते हो ,
    दर्शाता है तुम्हारा व्यक्तित्व ।

    Read More

    संवेदना *,<span>अतुकांत कविता</span>
    user-image
    Naresh Gurjar

    Naresh Gurjar 3 years ago

    लाजावाब

    Pallavi Rani3 years ago

    बहुत आभार

    नेहा शर्मा

    नेहा शर्मा 3 years ago

    बहुत ही सुंदर 👌🏻

    Pallavi Rani3 years ago

    धन्यवाद आदरणीया 🙏

    कविताअतुकांत कविता, अन्य

    हिसाब *

    • Edited 3 years ago
    Read Now
    • 227
    • 3 Mins Read

    हिसाब
    ❤❤❤
    अपनी मसरूफियत से दो पल निकाल ,
    वो बैठा जो मेरे पास ।
    अपनी ही उलझनो मे खोया था इस कदर
    लिए हिसाब की किताब ।
    कर ही बैठा मुझसे भी वो,
    हँसकर ही एक सवाल ।
    सुनो जांना,तुम भी कुछ हिसाब दो
    बचाया होगा
    Read More

    हिसाब *,<span>अतुकांत कविता</span>, <span>अन्य</span>
    user-image
    Naresh Gurjar

    Naresh Gurjar 3 years ago

    बहुत खूब

    Pallavi Rani3 years ago

    धन्यवाद 🙏

    नेहा शर्मा

    नेहा शर्मा 3 years ago

    बहुत ही सुंदर👌🏻

    Pallavi Rani3 years ago

    बहुत आभार 🙏