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"दुनिया"
कविता
मेरा प्यारा देश
"कॉमिक्स की दुनिया" (बाल-रचना)
धुंधलापन ------------------------ इस रात के घने अंधेरे में मैं देखना चाहता हूँ चारों ओर इस दुनियाँ का रंग रूप पर कुछ दिखता नहीं पर मन में एक रोशनी सी दिखती है | बस हर तरफ से नजरें हारकर बस उसकी तरफ मुड़ जाती है दिखती है वह दूर से आती हुई पर उस
आँखों की भाषा
सच छूट गया कहीं
मातृभाषा
हाल ए दिल
अधूरी दुनिया
अब कोई नही है
बदलती दुनियाँ
ज्ञान का प्रकाश
मेरी डायरी
अपनी एक अलग दुनिया
माँ आओ
कुछ भी हमारा नही होता
एकाकी युवा
चतुस्पदी
ख़्वाबों की दुनिया
चेहरा
मां भारती
माँ की एक अलग दुनिया हुआ करती है।
माँ का चेहरा देखा है
गुमानी एहसास
लहज़ा
***ओजसपूर्ण हिन्दी ***
ऐसी रित जगत में
ऐसी रित जगत में
आम आदमी बेजार-कृष्णाजाधव
जुदा सबकी फ़नकारी है
चंद्रयान
अम्मा
*दुनिया अपनी मिल्कियत नहीं है*
समय
"दर्द की जीती-जागती मिसाल"
जिन्दगी की जुस्तजू ही जां ले गई
किस्मत से ❤️
हैं औरभी मुख़्तलिफ जानवर-जात दुनिया के जंगल में हर किस्म के मग़र आदमजात के बदरंग किरदार का सूरत-ए-हाल ही और है
कैसा अजीब सा इस दुनिया का खेल
मिट्टी का मिट्टी में मिल जाना ना समझे
दिलों में घर चाहता हूँ
हमने सबने ही खुदको मारा है
दुआसे बढ़कर दवा क्या है
बाद-ए-आज कल भी होते हैं
जिंदा ख्वाहिशों से जिंदगी की कहानी है
दुनिया से कोई उम्मीद ही नहीं
इन्सान
मैं और तुम 😍
दुनियादारी को देख कर
जिस नज़र से देखेंगे दुनिया वैसीही दिखाई देगी @ "बशर "
उम्मीद पर सारी दुनिया टिकी है
भँवर से निकलना मुश्क़िल होता है
भीतर बाहर जमाल ही जमाल है
ख़ूबसूरत रास्ता रहता है
अकेलपन की राहों अकेला मुसाफिर मै
यादों की सफ़र”
खुद क्यूँ खुद केलिए बुरा सोचो
हमारे बग़ैर भी आबाद थी दुनिया
तुझ बिन दुनिया वीरान लिखते हैं
ग़ज़ल
बाहर की दुनिया सारी खारा समंदर है
फ़ानी दुनिया में रखा क्या है
शाद मिज़ाज मा-बाप में निशानी विषाद की
आबो-हवा हमने दुनिया-भर की देखी
बेवज़ह लोगों केलिए दुनियामें कोईजगह नहीं है
सारी दुनिया को भुला देते
आप मुक़म्मल दुनिया हो अपने घर केलिए
दुनिया सारी हमारी आनी-जानी लगती है
माटी के पुतले को बनाने वाला कूज़ा-गर स्वयं भगवान है
चंद रोज की मेहमान है
वो समझते हैं कि दुनिया बपौती है उनकी
हरदिन करिश्मा नहीं होता
तुम्हारी दुनिया से निकलकर ही चला गया
अजीब दुनिया
कहानी
निराली दुनिया
एक अधूरी ख्वाहिश
नई दुनिया
चुनौती
संवेदनशून्य दुनिया
" नन्ही मिनी की दुनिया " 💐💐
हव्वा नहीं कोरोना
"सिरीज़ , 'नन्हीं मिनी 'की हसीन दुनिया 💐💐
" मिनी की रुमानी दुनिया " 💐💐
"मिनी की रुमानी दुनिया " 💐😁
"नन्ही मिनी की रूमानी दुनिया " 💐💐
" "नन्ही मिनी की रुमानी दुनिया " 💐💐
" नन्ही मिनी की रुमानी दुनिया " 💐💐
" नन्हीं मिनी की रुमानी दुनियां 💐💐
" "नन्ही मिनी की रुमानी दुनिया " 💐💐
लेख
#ममता
जानें कहाँ गए वो दिन
नन्हीं जान
किरदार जीना मुश्किल
दुनिया का आखिरी इंसान
" चाय भी क्या चीज़ है "
" चाय भी क्या चीज़ है "
आयुर्वेद की ओर दुनिया के बढ़ते कदम
विज्ञापन की दुनिया
एक इश्क खुद से ही
दिल की दुनिया के फैंसले
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