Login
Login
Login
Or
Create Account
l
Forgot Password?
Trending
Writers
Latest Posts
Competitions
Magazines
Start Writing
About Us
Terms and Condition
Privacy Policy
Help Videos
About Us
Terms and Condition
Privacy Policy
Searching
"तेरे"
कविता
दुल्हन बनूँ
दुःख होता है
माँ
खुद में खुद के लिए अभि ज़िदा हूँ मैं (स्वाभिमान)
2020 तू क्यूं रुठा है रे?
"फुर्सत के दो पल"
आँसू कलम ने भी बेइंतहा बहाए है
अरमान सजा रखा हैं
हाँ इश्क़ में तेरी मेरी एक ही राशि है
मैं मजदूर हूँ
"तेरे महलों को छूकर आती धूप"
झरोखे से
समंदर तो नहीं
सम्भल जा ज़रा
जब भी छुओगे मिलेगी नमी मुझमे
जिंदगी तुम इतनी दूर क्यों हो
मुझे तू अपना सा लगता है
मैं छाँव तेरे आँगन की
मुझे हारकर जीत जाने दो
चांद
ऐ वीरांगना
अंतर्रद्वंद
ग़ज़ल
छुअन,,,,,,तेरे रूप अनेक
तेरी गोदी में,,,,,,नदियाँ
प्रेम एक अहसास
दिल से दिल तक
दिल से दिल तक
मखमली आँचल
इसी में तो भला है
कर्म करो
सुन..बापू तेरे देश में
तुझसे प्यार करने लगी हूँ मै
तेरे इश्क में डूबे डूबे से हम हैं
याद बहुत आते
"आनलाइन इश्क"
तेरे ना होने से
तेरे ना होने से
हम सिर्फ तेरे हैं
लागे ना मोरा जिया
सावन गीत
तेरा आना
दरमियान तेरे मेरे
गीत
"रिमझिम सावन की बूंदे..."
लागे ना मेरा जिया
हर महफिल दिल की
तेरे जाने के बाद।
आखों में चमकता प्यार तेरा
प्यार इस जन्म का
इज़हार-ए-मोहब्बत
दीवानगी
"काश मिले फिर तेरे आँचल का कोना"
माँ
तेरे बिना धड़कन भी कहाँ धड़कती है
तेरे बिना धड़कन भी अब कहाँ धड़कती है
तेरे मेरे दरमियां
"अंतरात्मा की आवाज "
"प्रेम में तेरे"
जिंदगी मिली मुझे
राधा किसी गुहार
राधा की गुहार
चल उठ चल अब
मां की महिमा
मोहब्बत सी हो गई है, तेरे एक इंतजार में...
नयी हिन्दी ग़ज़ल
#तेरे मेरे सपने(प्रतियोगिता हेतु)
# तेरे मेरे सपने (प्रतियोगिता)
तेरे मेरे सपने ❤
सपने मनु शतरूपा के
गुमानी एहसास
बिना पूछे सबकुछ बता देते हैं
बिना पूछे सबकुछ बता देते हैं
ज्ञानी हर एक है
तुम सुनो न सुनो
न जाने कहाँ ले जाती ये नइया
मैं खुद में तुमसे ज्यादा नहीं था कभी
अब शौक नहीं है।
✍️बेहिसाब है,यह खुशियां तेरे एक मुस्कुराहट में।।
" हम थे नादान " 💐💐,
स्वरलहरी
झरने प्रीत के
"बापू तेरे बंदर तीन " 💐💐
मैंने आज बस इतना किया
सत्य अहिंसा के पूजारी....
उर्मिला की विरह वेदना
अरे ओ रे कान्हा
होए स्वीकृति
आकर्षण
माँ अंबे, माँ जगदंबे
प्रिय क़लम
नज़दीक होकर भी
हैं कोई बात
कंगन
वीर सैनिक।
समय...
जुदा तन्हा रात
तेरा असर
ए अजनबी
मेरे बचपन की होली
याद
हम तन्हा हो जाते हैं -कविता
मन्नत
कोई लैला बुलाता है
“दायरे–इश्क़ में हुस्न”
मानाके मौसम तेरे शहर का दिलकश और सुहाना है
बशर ज़ेरे-ए-असर आकर दामने-कोह के सहन में बस गया
माँ
परियों की शहजादी
हरि दर्शन।
तादाद-ए-अहबाब तेरे भले ही कम हों
ज़ख़्मों का ईलाज तेरे तबीब के पास नहीं
दोस्ती
अना के मरीज़ की बशर दवा क्या है
मेरी प्यारी माँ
*तेरे बोलने का असर क्या होगा*
*आख़िर तेरे शहर में आना हुआ*
*रहगुज़र मुकद्दर में ''बशर'' तेरे लिखा है*
अपनी भी ग़ैरत है अना है
बेटी की बिदाई के वक़्त पिता द्वारा बेटी को दिया गया वक्तव्य
औरों को क्या पता होगा
प्रेमार्पण
इश्क़ में 💔
कन्या भूर्ण hatya
दूरका वास्ता रखता है
मेरे सिवा कौन चलता है तेरे साथ
तुम साथ तो दे दो 💫
मेरी लाज है तेरे हाथ
मुस्तक़बिल के अपने खुद ही खुदा होंगे हम
मुस्तक़बिल के अपने खुद ही खुदा होंगे हम
तेरेसे भी बेहतर शख्सियत हैं
तेरे दिल की 💞
देखें सपने तेरे
रंजो-मलाल नहीं
ए वतन
ए वतन
मेरे वतन
तरस गए हैं तेरे सुनने को मधु बैन
अवसर जो तेरे पास है
तेरे दिल से मेरे दिल 💞💞
हायकु
वीर चरणों के स्पर्श से...
बसर करने का तरीक़ा दे दे
बिखरा दिया
रहने दे तुझ को पास मेरे
अपने तेरे तुझको जगाने नहीं आए
आज किसी का दिल टूटा है
हसरतों के पगडंडियों पर बढ़ने लगा हूं.....
ख़्वाहिशों के रस्तों से उफ़क तक जाना है
तेरे बग़ैर जीकर मैंने क्या मरना है
तेरे बिना जी नहीं पाएंगे हम
यादों की बारात
तेरे बाद 💔
दीदार
तन्हायी
चार दीवारें रोती होगी,
तेरे फैसले पे मेरा कोई सवाल नहीं
तू नदिया की धार मैं किनारा सा रहता हूँ
तेरे अहसास के मयकदे जाते हैं
गृह आभारी रहेगा तेरा
फ़ानी दुनिया में रखा क्या है
वोह तबीब ओ हबीब तेरे हर मर्ज की दवा जानता है
कहानी
कालमित्र
चाँद तेरे रूप अनेक
चाँद तेरे रूप अनेक
प्रभु तेरे रूप अनेक
छोटु चाय वाला
काल की मित्रता
लेख
एक दूजे के लिए
इश्क़
Edit Comment
×
Modal body..