Help Videos
About Us
Terms and Condition
Privacy Policy
दरमियान तेरे मेरे - शिवम राव मणि (Sahitya Arpan)

कवितागीत

दरमियान तेरे मेरे

  • 187
  • 4 Min Read

कर रहें हैं गुफ्तगू अब्सार
दरमियान तेरे मेरे
इजहार हो रहा है प्यार
दरमियान तेरे मेरे।

राज़ ए दिल मेरे सभी
ज़ाहिर होने को है,
ये सावन न मद्धम
ना अब सम्भलने को है।

बहने लगी है एक बयार
दरमियान तेरे मेरे,
इजहार हो रहा है प्यार
दरमियान तेरे मेरे।

एक खलिश इस ओर भी थी
एक खलिश उस ओर भी,
उलफत में मोहब्बत के
था खुदा भी मज़बूर कभी।

भरने लगी हैं कई दरार
दरमियान तेरे मेरे,
इजहार हो रहा है प्यार
दरमियान तेरे मेरे

ख्याल ना रहा खुद का मुझे
ना ख्याल भीगी बरसात का,
बढ़ने लगे हैं कदम एक ओर
पर न ख्याल उनकी आहट का।

यूँ ही होता रहे इकरार
दरमियान तेरे मेरे,
इजहार हो रहा है प्यार
दरमियान तेरे मेरे।

शिवम राव मणि

1613660084.jpg
user-image
Ashutosh Tripathi

Ashutosh Tripathi 3 years ago

वाह,बहुत सुंदर रचना 👌🏻👌🏻👏🏻👏🏻👍🏻

शिवम राव मणि3 years ago

आपका धन्यवाद

Madhu Andhiwal

Madhu Andhiwal 3 years ago

बहुत सुन्दर

शिवम राव मणि3 years ago

शुक्रिया

Madhu Andhiwal

Madhu Andhiwal 3 years ago

बहुत सुन्दर

Nutan Garg

Nutan Garg 3 years ago

बहुत खूब 👌

शिवम राव मणि3 years ago

आपका धन्यवाद

Kamlesh  Vajpeyi

Kamlesh Vajpeyi 3 years ago

ख़ूबसूरत..!

शिवम राव मणि3 years ago

शुक्रिया सर

नेहा शर्मा

नेहा शर्मा 3 years ago

बहुत खूब

शिवम राव मणि3 years ago

धन्यवाद

Naresh Gurjar

Naresh Gurjar 3 years ago

बहुत बेमिसाल

शिवम राव मणि3 years ago

शुक्रिया

प्रपोजल
image-20150525-32548-gh8cjz_1599421114.jpg
वो चांद आज आना
IMG-20190417-WA0013jpg.0_1604581102.jpg
माँ
IMG_20201102_190343_1604679424.jpg
तन्हाई
logo.jpeg