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"खत"
कविता
तुम कह कर तो देखते
क्यों
धुंधलापन ------------------------ इस रात के घने अंधेरे में मैं देखना चाहता हूँ चारों ओर इस दुनियाँ का रंग रूप पर कुछ दिखता नहीं पर मन में एक रोशनी सी दिखती है | बस हर तरफ से नजरें हारकर बस उसकी तरफ मुड़ जाती है दिखती है वह दूर से आती हुई पर उस
धुंधलापन
एक खत इच्छा के नाम
तुम छोड़ गये पद का निशान
सूरज का यह सुनहरा खत
तब मैं लिखता हूँ
दिल में
मुझसे पूछो
बिना सीढ़ियों के
मुर्दे की चाह
खत जो भेजा नहीं
कारवाँ गुज़र गया
जर्रानवाजी बनाम मेहमाननवाजी
मै आज भी वही हूं
मन में आता ताव
"मेरा प्रेम नयन नीर निश्छल सा है"
कारवाँ गुज़र गया
कांच के गिलास में
सूखते हुए दो पत्ते हम
हाशिए पर सैनिक
मेरे घर की खिड़की से
कारवां गुजर गया
लहज़ा
रूह की आँच…
हम बस देखते रहे
अंदाज
गैरों से दोस्ताना अहबाब से रक़ाबत रखते हैं
छोटा बड़ा गिलास देखते हैं
*दूल्हा नहीं दिखता*
*दरीचों से देखते रह जाएंगे*
*उसका ख़्याल सबका ख़्याल रखता है*
माँ तुम्हारे रूप से
वो कुछ और पढते हैं
दूरका वास्ता रखता है
अलग अपनी पहचान रखते हैं
नुस्खे बे-हिसाब रखते हैं
लोग अपनी ज़रूरतों को याद रखते हैं
छू कर देखूँ क्या आसमान!!
उसीको हम देखते हैं
अहल-ए-करम देखते हैं
रिश्ते खतरे में
तेरी नज़र पे है तू क्या देखता है मुझमें
लोग अपने ऐब जिंदा रखते हैं
ऊपर वाला सब देखता है
हवाओं से जर्द पत्तों को इश्क़
सामने वाले का कद छोटा दिखता है
हाथों की लकीर बनाकर रखती है
मुकद्दर को बदलने की ख़्वाहिश रखते हैं
हम देखते रहे
दिल के काशाने में खुदा रखते हैं
मुख़्तलिफ किरदार
अमीर लोग मदीना देखते हैं
जमाले-ख़्याले-मुसबत कमाल रखते हैं
कर्मों का असर किरदार पर दिखता है
हम अपना विश्वास लिखते हैं
हम सदा रवैय्या अपना नर्म रखते हैं
जेरो-ज़र पर नज़र रखता है @"बशर"
कोशिश करना ही मायने रखता है
कितने लोग वो देखते हैं जो उन से छुपाया जा रहा है! @"बशर"
आंखों में बड़े - बड़े सपने रखते हैं
तुझ बिन दुनिया वीरान लिखते हैं
हयात ए डवाँ-डोल का मीज़ान लिखते हैं
राम की शक्ति-पूजा
कमाल के जां- ओ- जिगर रखते हैं
वो देखने की कोशिश नहीं की जो उससे छुपाया गया है
हम तपती रेतपर ही बैठेहुए देखते रह गए
सुनहरी हरशाम रुपहली हरसहर देखते हैं
बुरे का ख़्याल गुजर गया
कहानी
सोच अपनी अपनी
वह खत....!!
परछाईं
" तुम्ही से शुरू तुम्ही पर खत्म"
" लंगड़ी-कन्या" 💐💐
लेख
शिक्षक का खत विद्यार्थी के नाम
सैनिकों के नाम एक खत
किसानों के नाम एक खत
सांता क्लॉज के नाम खत
एक खत यादों के नाम
बनी मैं दुल्हनिया
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