Or
Create Account l Forgot Password?
कवितानज़्म
किसीको अमीर तो किसीको फ़कीर बनाकर रखती है जिंदगी मुख़्तलिफ सब की तक़दीर बना कर रखती है! शानो - शौकत से गई गुज़र कहीं मुश्क़िल से हुई बसर अलग-अलग सबके हाथोंकी लकीर बनाकर रखती है! © 'बशर' بشر.