#Entries 11
#Likes 17
Start Date 05-Apr-21
End Date 20-Apr-21
Writer | Rank | Certificate |
---|---|---|
Meeta Joshi | Certificate |
Competition Information/Details
सभी साहित्यिक स्वजनों को सादर नमस्कार...!
हमारी आज की प्रतियोगिता चित्राक्षरी है। जो हज़ारों भाव समेटे हुए है। बस आपको उन भाव को पकड़ना है और अपनी रचना में सहेजना है। यह आप पर निर्भर करेगा कि आप उन भाव को किस रूप में सँजोते हैं। चलिये परखते हैं आपकी कलम को और उनसे निकले भाव को। देखते हैं आप सभी की कलम इस चित्र के लिए कितना खरी उतरती है। इंतज़ार रहेगा आप सभी की रचनाओं का।
लेखन से सम्बंधित महत्पूर्ण नियम :-
1. रचनाएं विषयानुसार ही लिखे.. धार्मिक राजनैतिक भावनाओं को आहत करने वाली रचना न हो।
2. यदि रचना लम्बी है तो आप उसे भाग में विभाजित कर डाल सकते है।
3. वेबसाइट पर पोस्ट करने के उपरांत अपनी रचना या उसका लिंक सोशल मीडिया पर साझा कर सकते हैं।
4. रचना पोस्ट करने के लिए एडिटिंग ऑप्शन में इवेंट का चुनाव करना न भूले।
5. रचना के साथ चित्र कोई भी सलंग्न अवश्य करें।
आप सबकी रचनाओं का स्वागत एवं इन्तज़ार रहेगा... सार्थक लेखन हेतु अग्रिम शुभकामनाएं....
धन्यवाद
साहित्य अर्पण कार्यकारिणी।
कवितालयबद्ध कविता
नमन मंच
दिनांक --२०/०४/२०२१
आयोजन- #चित्राक्षरी_आयोजन
विषय-- वीर सिपाही
बाँधे सर केसरिया बाना, आगे बढ़ते जाना है ।
आँखों में आँखें डाल आज, दुश्मन मार भगाना है।
ठेकेदार नफरतों के सुन ,भारती नहीं
Read More
कहानीसस्पेंस और थ्रिलर
ठेकेदार के फोन रखते ही सामने से सुक्खी की मां एक महिला को लेकर आ धमकती है।
‘ जी कहिये’
‘ जी मेरे पति सुबह से गायब हैं। उनका फोन भी नही लग रहा है।’
‘ जी देखिये अभी 12 बजने वाले है, इंतजार करिये , क्या पता
Read More
कहानीसस्पेंस और थ्रिलर
22 march एक ऐसा दिन जब भारत के किसी भी पुलिस स्टेशन में एक भी रिपोर्ट दर्ज नही हुई लेकिन कनकड़खाता ऐसा गांव जहां के पुलिस स्टेशन जितनी जल्दी रिपोर्ट दर्ज हुई उसे उतनी ही जल्दी मिटा भी दिया गया।
3 दोस्त
Read More
एक मां के लिए बेटा कभी नकारा नहीं होता....वो तो माँ का मन था,वो चाहती थी मेरा बेटा कुछ करे इसलिए इतने कठोर वचन कह गयी।देशभक्ति के लिए बेटे के दिए त्याग को देख नेत्र खुशी से सजल थे।
वाह मेरे भारत के वीर जैसा जहाँ में वीर न कोई 👌🏻
बहुत बहुत शुक्रिया नेहा जी 🙏
कविताअतुकांत कविता, गीत
माँ भारती के गहनें
————————–
क्यों ऐसे लड़ते हो यार,
तुम्हें नहीं जीवन से प्यार?
हर दिन होती गोली-बारी
करे सुन्न ममता की क्यारी।
सीने पर गोली का वार,
तुम्हें नहीं जीवन से प्यार?
तेरा भी कोई अपना होगा,
तेरा
Read More
बेहतरीन भावों की उम्दा अभिव्यक्ति की है आपने !
सादर अभिवादन सहित नमन आदरणीया
बहुत खूब 👌🏻
सादर अभिवादन सहित नमन आदरणीया
सैनिक जीवन के दुर्गम संघर्ष और राजनेताओं की उपेक्षा को बखूबी बयां करती रचना।
बहुत खूब 👌🏻
बहुत बहुत आभार आपका उत्साहवर्धन के लिए
कविताअतुकांत कविता
#शीर्षक
हाशिए पर सैनिक ...
डटे रहो तुम वीर जवान
पीछे हम मां भारती के संतान
चाहे कितना भी हो अत्याचार
नहीं हो जाना तुम लाचार
रेत के उठते बवंडर में
नाव उलटी -हवा पलटी
वोट क्लब पर मांगते वोट
घड़ियाल
Read More
वीर जवानों की कठिनाईयों का हम अनुमान ही लगा सकते हैं।
जी हार्दिक धन्यवाद वह भी जब सामना अपने देश के नागरिकों से हो तब और भी बुरा लगता है
bahut khub. picture aapne superb lagayi hai rachna par ekdam fit 👌🏻
जी सराहना हेतु हार्दिक धन्यवाद नेहा जी
खूबसूरत रचना
आपका उत्साहवर्धन हमेशा मुझे आगे और अच्छा लिखने को प्रेरित करता है, हार्दिक आभार आदरणीय 🙏🙏
बेहतरीन ❤️
आपकी उत्साहवर्धक टिप्पणी यूँ ही प्रेरित करती रहे, हार्दिक आभार 😊🙏❤
कविताअतुकांत कविता
*डिजिटल जनरेशन*
*बहुत सुन रखा है मैंने
इधर खाई, उधर पहाड़
अंदर आग, बाहर फ़साद
यहाँ पत्नी, वहाँ है बॉस
*घने जंगल में शेर आजाए
तो,,,प्राण ही निकल जाए
कामचोरी पकड़ी जाए तो
ऊठक बैठक में ना शरमाए
*या फ़िर थर थर
Read More