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"इन"
कविता
#मर्द या #नामर्द.....
तुम क्यों शोक मनाते हो?
इन सबका रंग लाल है
इन प्रश्नों की शरशय्या पर
दो अजनबी
आनलाईन इश्क़ आफलाईन इश्क़
भारतीय वेलेंटाइन डे
"आनलाइन इश्क"
वैलेंटाइन तड़का (हास्य)
काश तुम Hug कर पाते"
ऑनलाइन इश्क *
"लव आजकल"
वैलेंटाइन याद रह गया उनको याद करेगा कौन
इनबॉक्स वाला इश्क़
ऑनलाइन इश्क का खुमार
आखरी मोहबत..
आशिक़ की अभिलाषा
ऑनलाइन इश्क
तेरे ना होने से
संवेदनाएं जागृत कर...
आँखों का पानी
आहत मन....
प्रेम की सुगबुगाहट
इन्साफ़ बानो की चीख़
अब जाग ए इन्सान।
हालात
इंतजार
इंद्रधनुष
ये उदास-उदास सी आँखे
अहसास
ज़हरीला इन्सान
इन्तजार
ख़ुदा का अपना कोई मज़हब नहीं है
इन्सानियत के लिए फ़रियाद करें
जिंदगी का सबूत
जिसदिन इन्सान सुधर जाएगा
किस तवील-ओ-कद का है इन्सान
किरदार इन्सान का ज़ीस्त में असली सरमाया होता है
नेकदिल इन्सान भी बशर यहाँ गुनहगार हो जाते हैं
इन चरागों को तो बशर बुझ ही जाना था
*हमें बशर हरसू इन्सान में इन्सान नज़र आता है*
प्रेम लाइन
*इन्सान का बस आना जाना रहता है*
शेष बताना न रहा
*ये सिक्के इन बाजारों में नहीं चलते*
*जमाने का होता है हाथ फ़ितरत-ए-इन्सा बनाने में*
*किरदार*
दुश्वारियां सिमट जाती हैं हयात से
*तहज़ीब-ओ-तमद्दुन का इन्सान हो*
मेहमानों की तरह रहे
न इन्सान बदलेगा न दहर बदलेगी
इंसान
यारब हमको तेरीही हिफ़ाज़त है
बदल गए कल और आज
होगी इन्तेहा-ए-जहां आदमी के बग़ैर
*नज़र-ए-'इनायत उसकी*
खुश रहें इन्तज़ार क्यूं करें
इन्सान बेसबब परेशान रहता है
आसमान पाना चाहता है
इन्सान तो आख़िर इन्सान होता है
अक्लमंदी काबिलियत का नाम है
जितनी बड़ी जंग होती है
इन्सान नहीं मिलता
इन्सान की रगों में खून काला बहने लगा है
इन्सानियत पर सबका अधिकार होता है
इन्तेहा भी भ्रम से हुई
फ़ितरत बदलती नहीं इन्सान की
हिंदुस्तान नज़र आता है
इन्सान
अदीब हो गया है
अहमक़ाना रास्ता छोड़ दो तो अच्छा
ऐसे रिश्ता-नाता तोड़दो तो अच्छा
भीतर बाहर एक जैसा हो
सही सोच और सच्ची नीयत
इन्सान की क़ीमत कहाँ
इन्सान छोड़ेगा नहीं
इन्सान की औक़ात उसकी गैरत में होती है
इन्सान बस खुश रहा करे
ज़रूरतें बदल जाती हैं इन्सान की
दिलके काशाने में हमारे सनम हैं
इन्सान है ना-फ़रमाँबरदार
कहानी
तितलियां औ वितलियाँ...
हां मुझे बहुत डर लगता है..
मैच्यरिटी
मैच्युरिटी
"झूठ का दर्द"
कारवां गुजर गया
वेलेंटाइन डे
वेलेंटाइन डे
वेलेंटाइन डे
हवेली की ठकुराइन
कच्चे रास्ते (साप्ताहिक धारावाहिक)
कच्चे रास्ते - भाग १ (साप्ताहिक धारावाहिक)
कच्चे रास्ते (भाग - ३) साप्ताहिक धारावाहिक
कच्चे रास्ते (भाग ५) साप्ताहिक धारावाहिक
वैलेंटाइन डे स्पेशल अवरोध 💐💐
"इन्द्रधनुष के रँग "💐💐
कच्चे रास्ते (भाग १०) साप्ताहिक धारावाहिक
"ऑनलाइन शॉपिंग " 💐💐
"डबल इनकम " 🍁🍁
लेख
लक्ष्मण स्वरूप शर्मा जीवन परिचय (1)
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शिव की महिमा....🙏
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