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ऑनलाइन शॉपिंग
कुछ साल पहले,ऑनलाइन शॉपिंग लोकप्रिय नहीं थी,लेकिन आजकल ऑनलाइन शॉपिंग खरीदारी के लिए सबसे अच्छी और बेहद सुविधाजनक विधि है। जिसमें ग्राहक को वस्तु लेने नहीं जाना पड़ता बल्कि वस्तु ग्राहक के दर तक खुद पहुंचती है। ।
ऑनलाइन मार्केट में सब कुछ मौजूद है। लोग इस सुविधा का लाभ उठा रहे हैं। जिस प्रकार हर चीज़ के फायदे नुकसान होते हैं, ठीक उसी प्रकार ऑनलाइन शॉपिंग के भी बहुत से फायदे एवं नुकसान हैं।
घर बैठे फोन पर उँगलियाँ घुमाईं और अपने सामान आर्डर हो गया, न भारी ट्रैफिक का सामना करना,न मौसम की मार झेलनी वस्तु हमारे पास आसानी से पहुंच जाएगी।
ऑफर एवं डिस्काउंट:
ऑनलाइन बाज़ार बहुत-बड़े बाज़ार होते हैं जो ग्राहकों को अपनी और आकर्षित करने के लिए बहुत अच्छे ऑफर प्रदान करते हैं साथ ही छूट भी देते हैं।
ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर 24/7, सप्ताह में 7 दिन और 365 दिनों के दौरान खुले होते हैं जो हमें अपनी गति और सुविधा पर खरीदारी करने की आज़ादी देती है,जो बाज़ार की दुकाने में नहीं है।
कोई पार्किंग का तनाव नहीं, कोई बस, टैक्सी किराया नहीं। बिलिंग काउंटर पर त्योहार के मौसम के दौरान कोई लंबी कतार नहीं।
आसान रिटर्न- दुकान में खरीदी गई चीज़ को बदलने की कोशिश बेहद परेशान करने वाली होती है।
उत्पादों में विविधता:
ऑनलाइन बाज़ारों में किसी भी उत्पाद में विविधता देखने को मिलती है। हर सामान के बारे में जानकारी प्राप्त हो जाती है। जिससे ग्राहक आसानी से दो वस्तुओं के बीच विभिन्नता और गुणवत्ता की जांच पड़ताल कर लेता है।
उपलब्धता: इस कोरोना काल में हम अपने जरूरत के उत्पाद को बिना किसी परेशानी के खरीद सकते हैं।पुराने सामान को खरीदने वाले लोग ऑनलाइन वस्तु की जानकारी लेकर उचित दाम के साथ खरीद लेते हैं।ऑनलाइन शॉपिंग के माध्यम से हम कुछ ऐसी वस्तुएं खरीद सकते हैं,जो कि आम गली मोहल्ले की दुकानों में नहीं मिलतीं।
नुकसान:
ऑनलाइन शॉपिंग के कुछ नुकसान भी हैं , जैसे; शिपिंग चार्ज।इसके अलावा वस्तु की गुणवत्ता और मात्रा का अंदाज़ा हीं लगा सकते हैं, जिसके कारण कभी- कभी ग्राहकों को ज्यादा पैसे में बेहतरीन सामान प्राप्त नहीं होता है।
कुछ फेक वेब साइट्स हैं जो वस्तु के मूल्य को कम बताकर ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं।ग्राहक कभी-कभी ऑनलाइन धोखे का शिकार हो जाते हैं।
वस्तु को प्राप्त करने के लिए इंतजार करना,ऑनलाइन शॉपिंग की सबसे बड़ी समस्या है।कभी -कभी कुरिअर देने वाले को हमारा पता नहीं मिलता या फिर हम उस समय नहीं मिलते,जिससे सामान हम तक देरी से पहुंचता है।
ऑनलाइन बाज़ार के प्रचलन का भारी नुकसान गली मोहल्ले के आम दुकानदारों को झेलना पड़ रहा है।
क्रेडिट कार्ड से भुगतान:
खरीदारी करने के लिए क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड आवश्यक हैं, उपयोगकर्ता डरते हैं कि वेब पर अपने बैंक विवरण प्रदान करन से वे चोरी या धोखाधड़ी का शिकार हो सकते हैं।
सावधानियां:
यदि हम पहली बार किसी विशेष वेबसाइट से खरीदारी कर रहे हैं, तो कोशिश करें कि कैश ऑन डिलीवरी करें।प्रतिस्थापन, धनवापसी और विनिमय नीतियों की जाँच कर लें।उत्पाद पर छपे एमआरपी और वस्तु पर मुद्रित एमआरपी की जांच करें।वारंटी अवधि और अन्य नियमों और शर्तों की जाँच कर लें।
हमेशा एक सुरक्षित ब्राउज़र से खरीदारी करें, अपने व्यक्तिगत पीसी या फोन के माध्यम से। इंटरनेट कैफे में कभी भी पीसी से खरीदारी न करें क्योंकि बैंक खाते के विवरण का खुलासा करना सुरक्षित नहीं है।
हमेशा url की जाँच करें अर्थात यह https होना चाहिए न कि http। HTTPS का तात्पर्य हाइपरटेक्स्ट ट्रांसफर प्रोटोकॉल सिक्योर है। तात्पर्य यह है कि ई-कॉमर्स लेन-देन का विवरण खरीदार और विक्रेता को छोड़कर किसी के द्वारा नहीं देखा जा सकता है।
यदि कोई ऑनलाइन बैंकिंग धोखाधड़ी होती है तो तुरंत उस बैंक से संपर्क करें जिसके पास हमारा बैंक खाता है।इस तरह ऑनलाइन शॉपिंग सुरक्षित और सुविधा युक्त हो सकती है।