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Sahitya Arpan Competition - सा रे गा मा (अंत का आरंभ) भाग -2
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सा रे गा मा (अंत का आरंभ) भाग -2

Competition Stats

  • #Entries 19

  • #Likes 16

  • Start Date 25-Feb-21

  • End Date 06-Mar-21

  • Competition Information/Details

    सा रे गा मा संगीत उत्सव 2021 भाग- 2

    उस रोज मैं ऑफिस के काम मे बहुत उलझा हुआ था कि तभी गूँजन का कॉल आ गया सामने बॉस था और सर पर मेरे काम का बोझ मैं समझ नही पा रहा था कि उसे कैसे समझाऊँ की अभी बात नही कर सकता।
    मेरे बार बार कॉल डिस्कनेक्ट करने के उपरांत भी वो पगली समझ नहीं रही थी। सो मैंने उसका कॉल रिसीव करने मे ही अपनी भलाई समझी।
    ये क्या पागलपन है, मैं बिजी हूँ.. करता हूँ बाद में..!
    मैं धीरे से फुसफुसाया।
    सुनो.. सुनो..! जब तक आप बिजी हैं तब तक के लिए राइटर बाबू आप अपनी कोई कहानी भेज दीजिये..!
    उसने चंचलता से कहा।
    मैंने बिना कोई उत्तर दिये एक मुस्कान के साथ कॉल काट तो दिया पर दिल मे एक बेचैनी सी होने लगी कही वो बुरा न मान जाये।
    सारा दिन ऑफिस के काम मे इतना मशगूल रहा कि उसे दोबारा फोन कर के सॉरी भी नही कह सका। और फिर घोर विंडम्बना ये की उसका भी दोबारा कॉल नही आया..!
    दूसरे दिन भी उसका कोई फोन नही आया और मुझे भी समय नही मिला।
    मन बोझिल सा हुआ जा रहा था अपने व्यवहार के अपराधबोध से मैं खुद को दबा हुआ महसूस कर रहा था। मैंने खुद ही उसे फोन करके माफी मांगने का फैसला कर जैसे ही मोबाइल को छुआ गूँजन के कॉल की गूँज ने मेरे दिल की धड़कन को अचानक बढ़ा दिया।

    "हैल्लो... कानो में शहद घोलती उसकी आवाज मेरे दिल मे उठते प्रेम-तरंग को मधुरता देने लगीं।
    "गुस्सा हो..? उसने सहमते हुये पूछा।
    "नही..!" मैंने धीरे से कहा
    "मु..मुझे आपसे कुछ कहना है..!
    उसने हकलाते हुऐ कहा।
    "ह्म्म्म कहो..!"
    मैंने अपने कंधे और कान के बीच मोबाइल फंसा कर अपनी शर्ट के बटन बन्द करते हुये कहा..!
    "पता नहीं आप को कैसा लगेगा, और आप मेरे बारे में क्या सोचेंगे...!
    "आप निशांकोच कह सकती हैं"!
    मैं उत्सुकता से बोला।
    "नीरव जी मुझे आपसे... वो बोलते बोलते चुप हो गई।
    उसका ऐसे चुप होना उत्सुकता के साथ मेरी दिल की धड़कनों को और अधिक बढ़ा रहा था
    उसके मुँह से अपने प्रेम-प्रस्ताव को सुनने के लिए मैं आतुर हुआ जा रहा था। और एक वो थी कि बस "मुझे आपसे... पर अटकी हुई थी।
    शायद स्पष्ट न बोल पाने का कारण उसका लड़की होना है, ये सोच मैं उसे प्रोत्साहित करने लगा।
    "हाँ गूँजन बोलो....
    ........ मैं भी आपसे बहुत प्यार करता हूँ..! आँखे बंद किये मैं ये बोलने ही वाला था कि ....!
    "नीरव जी मुझे आपसे... आपकी स्टोरी चाहिए पढ़ने के लिये...!
    यह बोल वो खिलखिलाकर हँस पड़ी।
    उसकी पूरी बात सुन कर झटके से मेरी आँखें खुल गई और मेरे प्रेम का बादल जिस पर मैं खुद को बैठा महसूस कर रहा था अचानक से लड़खड़ा गया..!
    पर उसकी निश्छल हँसी से मेरे सुने मन मे प्रेम का दीया और शशक्त रूप से रोशन होने लगा।
    और मैंने अपने प्रेम की स्वीकृति में उसकी हँसी सँग अपनी हँसी सम्मिलित कर दी।
    मुझ नीरव के खामोश जीवन में अब गूँजन के प्रेम की गूँज थी।
    हम दोनों का मौन स्वयं ही एक दूजे की चुगली कर गया।
    पता ही नही चला कब किसने पहल की...
    पर प्यार है ये दोनों को यकीं हो चला था......

    (क्रमशः)

    गूँजन के चुलबुले, अल्हड़ अंदाज़ से नीरव को प्यार हो चला है और ये प्यार दोनो तरफ है दोनो जानते है पर एक दूजे को बोल नही पा रहे.. !
    बस.. इसी परिस्थिति पर गीत लिखना है..!

    कहानीकार
    पूनम बागड़िया "पुनीत"

    कवितागीत

    तुमसे है प्यार

    • Edited 3 years ago
    Read Now

    तुमसे है प्यार
    -------------

    काश वो दिल का हाल पुछले
    मेरे दिल की बात बूझले

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    कवितागीत

    प्रियवर हो

    • Edited 3 years ago
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    गुनगुनाती है तेरी आवाज प्रियवर हो,
    चहचहाती है तेरी आवाज़ प्रियवर हो,
    कुछ तुम कहो,
    कुछ हम कहें,
    हमराज प्रियवर हो,
    दिल की बात हो नईया पार,
    जज़्बात खास प्रियवर हो,
    धड़क उठे,
    कभी फड़क उठे,
    जब बजे दिल के तार प्रियवर
    Read More

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    कवितागीत

    मधुर मधुर तेरी ये बोली

    • Edited 3 years ago
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    मधुर मधुर तेरी ये बोली
    बात में जैसे मिश्री घोली
    सुनते तेरी बातें जैसे
    लगता है कोयलिया बोली
    मधुर मधुर तेरी ये बोली
    बात में जैसे मिश्री घोली
    बातें तेरी दीवाना करती
    प्रेम भाव मेरे मन में भरती
    उठती
    Read More

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    कवितागीत

    इजहारे_मुहब्बत

    • Edited 3 years ago
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    नमन माँ शारदे
    नमन मंच
    आयोजन--सा रे गा मा #अंत_का_आरंभ_भाग--२
    दिनांक--०४/०३/२०२१
    वार---गुरुवार
    विधा--दोहा गीत
    विषय--इजहारे_मुहब्बत

    दिल सोचे हरपल यही , कैसे हो इजहार।
    सुनकर बातें रस भरी, हो गया मुझे
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    Kamlesh  Vajpeyi

    Kamlesh Vajpeyi 3 years ago

    बहुत सुन्दर

    Dipti Sharma3 years ago

    आभार आपका

    Ritu Garg

    Ritu Garg 3 years ago

    व्हा व्हा बहुत खूब

    Dipti Sharma3 years ago

    धन्यवाद आपका

    Ritu Garg

    Ritu Garg 3 years ago

    व्हा व्हा बहुत खूब

    Dipti Sharma3 years ago

    धन्यवाद आपका

    कवितागीत

    दीवानगी

    • Edited 3 years ago
    Read Now

    दीवानगी
    *---*---*
    तू मेरे दिल में गुंजन बसी है इसतरह से,
    फूल में खुशबू हो और मेघ में पानी जैसे।
    हुआ मैं बावरा सा हुई तू भी दीवानी,
    बिना तेरे बनी ये कयामत ज़िंदगानी।

    मेरे दिल की है धड़कन मेरा मनमीत है तू,
    सजा
    Read More

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    कवितागीत

    इज़हार-ए-मोहब्बत

    • Edited 3 years ago
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    "नायक "
    बेताबियाँ बढ़ने लगीं हैं , समां भी हो गया है आशिक़ाना
    कह भी दे जो दिल में है तेरे , अब ना बना कोई बहाना
    इनकार और इक़रार की कश्ती में सवार हम तुम
    दिल-ए-दरिया किस तरह करेंगे पार ओ जानेजाना

    " नायक "
    बेधड़क
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    Dipti Sharma

    Dipti Sharma 3 years ago

    बहुत ही सुन्दर गीत जीजी

    Anamika Sharma3 years ago

    Dhanyawad Dipti

    नेहा शर्मा

    नेहा शर्मा 3 years ago

    बहुत खूब

    Anamika Sharma3 years ago

    धन्यवाद नेहा

    Poonam Bagadia

    Poonam Bagadia 3 years ago

    बहुत खूबसूरत ...!👌👌

    Anamika Sharma3 years ago

    Dhanyawad Poonam

    कवितालयबद्ध कविता

    मौन अभिव्यक्ति

    • Edited 3 years ago
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    चंचल चितवन नैनों ने,
    जब नैनों की भाषा जानी थी।

    दिल में आग बराबर थी,
    पर पहल की बाजी हारी थी।

    धधक उठी जब प्रेम की ज्वाला,
    दिल की तड़पन जारी थी।

    मौन स्वीकृति दोनों ने दी,
    पर लबों की भाषा हारी थी।

    अब जब धड़कन
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    Girish Upreti

    Girish Upreti 3 years ago

    खूबसूरत अभिव्यक्ति👍❤️

    Bina Chaturvedi

    Bina Chaturvedi 3 years ago

    संवादों को झुबसूरती से पिरोया है।

    Vijaykanta Pareek

    Vijaykanta Pareek 3 years ago

    Khubsurt chitran

    Kamlesh  Vajpeyi

    Kamlesh Vajpeyi 3 years ago

    खूबसूरत स्रजन..!

    Meeta Joshi3 years ago

    धन्यवाद सर🙏💐

    Mukesh Joshi

    Mukesh Joshi 3 years ago

    प्रेम के इज़हार की खूबसूरत अभिव्यक्ति

    Meeta Joshi3 years ago

    धन्यवाद🙏😊

    Kamlesh  Vajpeyi

    Kamlesh Vajpeyi 3 years ago

    बहुत अच्छी और भावपूर्ण रचना

    Meeta Joshi3 years ago

    धन्यवाद सर🙏अच्छा लगता है आपके देखकर।अपना आशीर्वाद बनाए रखिये,

    नेहा शर्मा

    नेहा शर्मा 3 years ago

    👌🏻

    Meeta Joshi3 years ago

    Thanks Neha ji👍

    Seema Pande

    Seema Pande 3 years ago

    Beautiful poem ..👌🏽

    Meeta Joshi3 years ago

    धन्यवाद🙏❤️

    Shivangi lohomi

    Shivangi lohomi 3 years ago

    Superrrr se uparrr❤️👏👏😍😍👌lajawab💕💕💕

    Meeta Joshi3 years ago

    Thanks 🙏❤️❤️

    Shivangi lohomi

    Shivangi lohomi 3 years ago

    Superrrr se uparrr❤️👏👏😍😍👌lajawab💕💕💕

    Seema krishna Singh

    Seema krishna Singh 3 years ago

    Lovely poem... beautiful love poem ❣️

    Meeta Joshi3 years ago

    धन्यवाद सीमा🙏💐इसी तरह जुड़ी रहें।

    कवितागीत

    तुम मेरे हो

    • Edited 3 years ago
    Read Now

    मुखड़ा..

    ये जान लिया मैंने, मेरा जीवन धन हो तुम।
    जो टूट सके ना कभी, ऐसा बंधन हो तुम।

    अंतरा
    (1)

    अब जीवन के सुख दुःख, तुमसे ही है मेरे।
    तुमसे ही प्रीत लगी, तुमसे ही गीत मेरे।।

    जिससे भीगा अन्तर्मन, वो मेघ
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    कवितागीत

    मन के जज्बात

    • Edited 3 years ago
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    दिल के जज्बात

    नायक :
    गुंजन करतीं तुम भंवरे सी , मन की बगिया महकी महकी ।
    कोयल जैसी कूक तुम्हारी, इन कानों में चहकी चहकी ।
    मेरे जीवन में आ जाओ , नेह के धागे जुड़ जाएं अब ।
    गुंजित कर दो घर - आंगन, सपने पूरे
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    नेहा शर्मा

    नेहा शर्मा 3 years ago

    वाह बहुत सुंदर

    Sarita Gupta3 years ago

    हार्दिक धन्यवाद मैम।

    कवितागीत

    हलचल

    • Edited 3 years ago
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    *हलचल*
    तुम प्रेम हो मेरा गीत हो,
    मेरे होठों की सरगम हो तुम।
    मेरे मन की चाहत तुम ही हो ,
    मेरे दिल की धड़कन भी हो तुम।
    हल्की सी आहट भी तुम हो,
    हर धड़कन का जवाब हो तुम ।
    इस दिल की खुशी भी तुम हो ,
    मुस्कुराहट
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    कवितागीत

    येदिलकर रहा है तुम से ही बातें

    • Edited 3 years ago
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    सुन रही हो ना ये दिल कर रहा है तुम से ही बातें.....
    आंखों में तुम, ख़्यालों में तुम,
    अब मेरी ज़िन्दगी बन गई हो तुम ।।
    सुन रही हो ना.....
    (नायक- क्यों ख़ामोश हो कुछ बोलो.... बोलो ना)
    नायिका:
    दिल ये चाहे मेरा
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    Sarita Gupta

    Sarita Gupta 3 years ago

    अति सुन्दर ।

    Yasmeen 1877

    Yasmeen 1877 3 years ago

    Ji shukriya

    Kamlesh  Vajpeyi

    Kamlesh Vajpeyi 3 years ago

    ख़ूबसूरत..!

    कवितानज़्म

    छलकते जज्बात *❤

    • Edited 3 years ago
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    छलकते ज़ज्बात
    ❤❤❤❤❤❤
    नायक👇
    हुआ दिल बेकरार ..आज यार.. क्या कीजे ।
    खो गया है करार जाने-बहार क्या कीजे ।। ...२

    तन्हा-तन्हा थी शाम अब हसीन लगती है
    वो भी मेरी तरह ही बेकरार लगती है.....लगती है
    अब नहीं खुद
    Read More

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    Poonam Bagadia

    Poonam Bagadia 3 years ago

    बहुत खूबसूरत...!👌👌👍

    Pallavi Rani3 years ago

    आभार ❤

    नेहा शर्मा

    नेहा शर्मा 3 years ago

    बहुत ही प्यारा 👌🏻

    Pallavi Rani3 years ago

    बहुत आभार 🌹❤

    कविताअतुकांत कविता

    आरम्भ का अंत

    • Edited 3 years ago
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    *आरम्भ का अंत*

    मैं कभी अधीरा नहीं रही
    के तुम मेरे हो जाओ प्रिये
    मेरी राहें चुन ली थी मैंने
    खुशियाँ बिखरी हुई थी
    फूलों से सँवारी थी मैंने
    क्यूँ बो दिए काँटे तुमने
    दिल तो यूँ भी टूटा ही था
    फ़िर ज़ख़्मी
    Read More

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    Ashutosh Tripathi

    Ashutosh Tripathi 3 years ago

    जी, आदरणीया जी।बहुत सुंदर रचना प्रस्तुति,किंतु शीर्षक का नाम ही अंत का आरंभ कर लें सादर🙏🏻🙏🏻

    कवितागीत

    मौन स्वीकृति

    • Edited 3 years ago
    Read Now

    शीर्षक-मौन स्वीकृति

    इक दिन तु सुबह सुहानी बनेगी
    आधी नहीं पूरी कहानी बनेगी
    चंचलता तेरी तन-मन में बसेगी
    नीरव की गुंजित निशानी बनेगी

    "नीरव"
    *****
    जब भी फोन की ये धुन आती है
    दिल की तारें भी सरगम गाती है
    तेरी
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    नेहा शर्मा

    नेहा शर्मा 3 years ago

    बहुत प्यारा सा गीत

    Sapna Vyas3 years ago

    धन्यवाद नेहा जी😍😍🙏🙏

    Poonam Bagadia

    Poonam Bagadia 3 years ago

    वाह बहुत खूब..!👌👌

    Sapna Vyas3 years ago

    धन्यवाद पूनम जी🤩🤩🙏🙏

    कवितागीत

    सुनो मेरी कहानी

    • Edited 3 years ago
    Read Now

    प्रतियोगिता के लिए

    सुनों तुम मेरी कहानी
    जिसमें एक लड़की सयानी

    जब वो हँसती है मेरी धड़कन ‌बढ जाती है

    लगता है मुझे हो गया है प्यार
    प्यार प्यार बेशुमार

    सुनो तुम मेरी कहानी
    जिसमें एक लड़की सयानी
    Read More

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    Poonam Bagadia

    Poonam Bagadia 3 years ago

    बढ़िया

    कवितागीत

    आखों में चमकता प्यार तेरा

    • Edited 3 years ago
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    सा रे गा मा संगीत उत्सव २०२१
    समूह प्रेम तरंग, कहानी गीतों भरी
    कहानी अंत का आरंभ-भाग-दो
    (गीत)

    आखों में चमकता प्यार तेरा
    मुझको न पागल कर जाए
    जीते हैं बस तेरे लिए।
    हम जीते जी न मर जाएं।

    तेरी
    Read More

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    Poonam Bagadia

    Poonam Bagadia 3 years ago

    बहुत बढ़िया...👌👌

    Bandana Singh3 years ago

    धन्यवाद आपका

    नेहा शर्मा

    नेहा शर्मा 3 years ago

    बहुत खूब

    Bandana Singh3 years ago

    जी हृदय से आभार आपका

    कविताअतुकांत कविता, लयबद्ध कविता, गीत

    अन्नदाता

    • Edited 3 years ago
    Read Now

    बरसात में किसान

    शहर शोर कर रहा मेघ बरसे है
    देखने  को एक बूंद उनके नेंन तरसे है
    बिन मौसम बरसाता देख के खुदा
    उस अन्नं दाता के नयन बरसे है।

    एक मांग रहा मेघ,एक अरदास भौर से
    ताल्लुक़ एक आनन्द का ,एक अशांति
    Read More

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    कविताअन्य

    अंतिम यात्री

    • Edited 3 years ago
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    अंतिम यात्री...

    आँखे बंद थी
    देख रहा था
    लोग रुदन कर रहे।।

    शोर मचा कर
    जोर जोर से
    सीस मुझ पर धर रहे।।

    याद आ रहा
    आज बचपन
    पहले माँ नहलाती थी
    आज लोग नहला रहे।।

    बच्चो सा बरताव किया
    कपड़े नए पहनाए है
    उठा लिया
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    नेहा शर्मा

    नेहा शर्मा 3 years ago

    आदरणीय आपने सा रे ग़ा मा इवेंट ऐड कर लिया है इसे हटा लीजिए

    ACHAL SINGH

    ACHAL SINGH 3 years ago

    मनुष्य जीवन की वास्तविकता पर प्रकाश डालने वालीं अद्भुत कविता superb

    Mahesh Verma3 years ago

    धन्यवाद आदरणीय

    नेहा शर्मा

    नेहा शर्मा 3 years ago

    बहुत खूब

    Mahesh Verma3 years ago

    धन्यवाद जी

    कवितागीत

    कल्पनातीत प्रणय मनुहार

    • Edited 3 years ago
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    कल्पनाओं में दोनों (नीरव एवं गुँजन) एक दूजे के साथ एक दूजे के लिए गाते हुए.....!!
    “”””””””””””””””""""""""""'"'""""""""""""""""'"""""""""""""''''''''''''
    #मुखड़ा (दोनों एक साथ)
    ________________________
    है गीत ये मिलन का, गाओ मुझे सुनाओ|
    चितचोर दिल लगाकर,
    Read More

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    Ashutosh Tripathi

    Ashutosh Tripathi 3 years ago

    सुन्दर प्रस्तुति 👌🏻

    नेहा शर्मा

    नेहा शर्मा 3 years ago

    संजीव आपका भाग 1 का गीत कहाँ है ?

    Poonam Bagadia

    Poonam Bagadia 3 years ago

    बहुत खूबसूरत गीत..!👌👍

    पं. संजीव शुक्ल 'सचिन'3 years ago

    सादर आभार वंदन आद.