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मेरे पापा - Gaurav Shukla (Sahitya Arpan)

कविताअन्य

मेरे पापा

  • 445
  • 6 Min Read

जब मैं छोटा था,

कुछ भी नहीं समझता था,

तब भी बहुत कुछ वो समझ जाते थे।

मैं औंधे मुंह गिरता,

उठता,

फिसलता,

मिट्टी से सने मेरे पैर हो या हाथ,

मुँह में लगी मिट्टी की महक पूरे बदन से लिपट जाती थी,

मेरे मुंह से सिर्फ पापा निकलता था,

और वो दौड़ कर आते थे।



जब मैं स्कूल जाने लगा,

मुझे याद है,

मुझे कंधों पर बिठाते थे,,,

शरारत की शिकायत बन्द होने का नाम ही नही लेती थी,

मेरे मित्र गोलू मोलू बुलाते थे,

गुब्बारे वालो को देखकर मैं जोर से चिल्लाता,

तब जा के एक गुब्बारा दिलाते थे।



जब थोड़ा और बड़ा हुआ,

ख्वाहिशें बढ़ी,

जरुरते बढ़ी,

मैं कुछ भी न कहता,

जब सब अपने शौक बताते थे,

मेरे पापा तब भी,

बिना कहे मेरे शौक़ पूरे कर जाते थे।



कॉलेज में दाखिला लेते वक़्त,

थोड़ा डर जाते थे,

कैसे पढ़ेगा,कैसे रहेगा,

एक 18 साल से ऊपर की उम्र के बेटे की चिंता हर पल ढोते जाते थे,

न हो कोई कमी,

इसलिए न जाने क्या क्या नहीं कर जाते थे,

अपने पसीने की हर एक बूंद से निकली,

मेहनत को वो मेरे पढ़ाई पर लगाते थे,

हाँ,

अपने शौक़ो को ताक़ पर रखकर,

मेरी तकलीफ़ो को बिना बोले सह जाते थे।



लोग कहते रह गए,

अच्छा या बुरा,

लेकिन

जब भी किसी ने पूछा,

क्या करते है आपके पिता...

अब क्या बताऊँ उन्हें,

कि शायद सौदागर हैं

तभी तो,

वो अपनी खुशियां बेच कर ,

मेरी खुशियां खरीद लाते थे।

✍️ गौरव शुक्ला'अतुल'©

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Prabha Issar

Prabha Issar 2 years ago

Very nice sir 👌👌 aapne kamal ka likha hein heart touching lines

Gaurav Shukla2 years ago

शुक्रिया आपका 🌺

Kumar Sandeep

Kumar Sandeep 3 years ago

भावनाओं से ओतप्रोत प्रिय रचना

Gaurav Shukla2 years ago

शुक्रिया 🌺

Sudhir Kumar

Sudhir Kumar 3 years ago

विलक्षण

Gaurav Shukla2 years ago

आभार सर 🌺🙏

Gita Parihar

Gita Parihar 3 years ago

भावभीनी रचना

Gaurav Shukla3 years ago

शुक्रिया मैम आपका🙏

sumit Mahato

sumit Mahato 3 years ago

You are great sir

Gaurav Shukla3 years ago

Thank you so much ❣️

Kamlesh  Vajpeyi

Kamlesh Vajpeyi 3 years ago

भावपूर्ण रचना..!

Gaurav Shukla3 years ago

शुक्रिया सर

Gita Parihar

Gita Parihar 3 years ago

बहुत सुंदर

Gaurav Shukla3 years ago

शुक्रिया मैम

Ankita Bhargava

Ankita Bhargava 3 years ago

बहुत बढ़िया

Gaurav Shukla3 years ago

शुक्रिया❣️?

शिवम राव मणि

शिवम राव मणि 3 years ago

वाहहहहह आपकी कविता दिल को छू ग‌ई सर। बधाई हो

Gaurav Shukla3 years ago

शुक्रिया सर❣️

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