कवितालयबद्ध कविता
एक मजबूत से धागे में साँसों की माला बंधती है।
हमारी जिंदगी एक दूसरे में पल पल पलती है।
कहने वाले कह भी देते हैं पागल हमें
पर ये पगली नेहा किसी की बात कहाँ सुनती है।
नाज नखरे उठाकर बड़ी हसरत से पलको पर बिठाया
राजा की जान तोते में कुछ ऐसे ही बसती है।
बीत रहें है वर्ष साल दिन महीने साथ में
लड़ाई और प्यार की बरसात इकट्ठे चलती है।
बनी रहे ये जोड़ी हमारी सदैव ऐसे ही
ईश्वर से यही प्रार्थना हमेशा बनी रहती है।
जुड़ी है कड़ी प्यार की हम दोनों के बीच मोहब्बत बनकर
नीर की बातों में नीर सी मोहब्बत होती है। - नेहा शर्मा
शादी की सालगिरह की हार्दिक शुभकामनाएं।
बहुत.. ही...बढ़िया...शादी... की..शालगिरा...की शुभकामनाएं....
बहुत बहुत धन्यवाद
विवाह की वर्षगांठ की बहुत बधाई और शुभकामनाएं ??????
बहुत बहुत धन्यवाद