कवितालयबद्ध कविता
*कौन बनेगा करोड़पति ...*
सुना है बाए हाथ मे खुजली का मतलब धनलाभ होने को आया ...
अब सुबह से खोपड़ी मे बार बार यही ख्याल है आया ...
आज कहा से मेरी कुंडली मे यह धनलाभ का योग आया ...
हाथ की खुजली भी कमाल करती है ...
धन मिलने की लालसा बड़े बड़ों का दिमाग खराब करती है ...
पहले के लोग कहते है यह खुजली मालामाल करती हैं ...
रातों रात अमीर बनने के सपने बुनने लगी थी ...
आज कौन बनेगा करोड़पति फुर्सत से देख रही थी ...
अमिताभ जी के सवालो को बड़े ही ध्यान से सुन रही थी ...
सवालो के जवाब देते है मुझे हाथो की खुजली याद आई ...
क्यों ना एस एम एस के द्वारा सवालो का जवाब दिया जाए ...
अपनी किस्मत का ताला क्यों न आजमाया जाए ...
शायद मेरे मन मे करोड़पति बनने की लालसा जगी थी ...
मैं भी जल्द से जल्द अमीर बनना चाहती थी ...
सभी सवालो के जवाब देकर करोड़ो कमाना चाहती थी ...
अब सिलसिला शुरू किया SMS के द्वारा सवालो का जवाब देने का ...
सारे सवालों का जवाब दे कर गहराई से किया विचार ...
अब तो इंतजार में थी कही से तो आये धनलाभ का समाचार ...
कुछ घण्टो के पश्चात मेरे मोबाइल की घण्टी बजती नजर आई ...
फोन उठाने से पहले मैने नम्बर पर नजर घुमाई ...
अनजान नम्बर देख , फोन उठाने को थोड़ा सकुचाई ...
फोन मैंने जैसे ही स्वीकार किया , तभी आवाज आई ...
बधाई हो बधाई ... बधाई हो बधाई ...
ये सुनकर मैने पूछा आप कौन हो भाई ...
आपकी लॉटरी लगी है , के.बी.सी मे आपने लाखों की पूंजी है कमाई ...
यह सुनकर तो होश ही उड़ गए , आखिर हाथ की खुजली रंग लाई ...
मैं भी सोचने लगी , क्या सच में मैं एक सवाल से लाखों कमा आई ...
अब मैं गहन चिंता में थी मैने कभी खेला ही नही केबीसी...
फिर ये लाखों की लॉटरी कैसे मेरे नाम खुल पाई ...
लेकिन लखपति बनने की खुशी से मेरे चेहरे पर थोड़ी सी मुस्कान तो आई ...
उधर से फोन वाले भैया बोले - अरे ! मैडम जी आपके एकाउंट का नम्बर दो ...
लाखों रूपये सुनकर कुछ पल के लिए मानो में लालच में अंधी हो चली थी ...
फोन वाले भैया को बैंक सम्बंधित सभी जानकारी देने चली थी ...
कुछ सोच , मैने कहा मेरा तो कोई एकाउंट ही नही है बैंक में ...
तभी फोन वाले भैया बोले - आप तक हमे पैसे है पहुचाना ...
अब आपके पास है 25 लाख रुपयों का खजाना ...
लेकिन एक बात बोलूं यह बात किसी को भी मत बताना ...
जब तक मिल ना जाये ये खजाना ...
वरना आप को पड सकता है इसे पछताना ...
अब जल्दी से इसी नम्बर पर भेज देना
एक फोटो , और आधार नम्बर , बैंक एकाउंट
ताकि आपके खाते में आ जाये ये सारा अमाउंट ...
बैंक सम्बंधित जानकारी क्यों मांग रहा है भाई ...
यह सब सुनकर मैं थोड़ी सी चौकी थोड़ा सा घबराई ...
फर्जी नम्बर से फ़र्ज़ी काल की कहानी समझ आई ...
थोड़े दिमाग के घोड़े है दौड़ाए , कुछ हद तक बात समझ आई ...
बोली बैंकों में बैंक कंगाल बैंक में पहुँचा देना हमारी ये कमाई
जो कड़ी से मेहनत कठिन सवालो के जवाब दे कर कि है कमाई ...
मैंने कहा अमिताभ जी से भी बात करवा दो आपका भला होगा ...
जैसे ही अमिताभ कहा , उस और से कोई आवाज़ ही नही आई ...
मैन कहा सुन रहे हो न 25 लाख देने वाले बड़े भाई ...
जब आवाज़ न आई , मैने भी कह दिया अंग्रेजी में जरा ताव से ...
Give Money At My Home , Then I Will Be Fine ...
यह सुनकर भाई ने बन्दे ने काट दी फोन की लाइन ...
बस इतना कहती है ममता सब से , बचके रहना मेंरे भाई ...
साइबर कैफे के द्वारा लूटी जा रही है लोगों के मेहनत की कमाई ...
चल रहा है लूट पाट का धंधा , समझदार बनो ...
लुटाओ न ऐसे धोकेबाजो पे अपने धन की पाई पाई ...
ममता गुप्ता
अलवर राजस्थान