कहानीसंस्मरणहास्य व्यंग्य
अब यही किस्सा ले लीजिये।
फेसबुक देवता की कृपा से हम पहुंचे गोरे लोगों के समूह में अब भारतीय हैं जहां जाने को मना किया जाता है वहां जरूर जाते हैं। विदेशी समूह था तो पहुंच गए। अब हमें हाथों में खुजली ज्यादा होती है। कौन क्या कर रहा है क्या नही सब हमें पता होना चाहिये। हम दूरबीन लगाए शांति से बैठे थे कि एक स्टेटस नज़र आया जिसमें कुछ यूं लिखा था। अंग्रेजी में लिखा था फ्री में हिंदी में हिंदी में अनुवाद करके बता रहे हैं ज्यादा नुक्ताचीनी की तो पैसे ले लेंगे हाँ नही तो बता रहे हैं। अब पढ़ो। जबरदस्ती पढ़ो।
"डिअर पड़ोसी, तुम जब भी घर में खाना बनाते हो, उसकी पूरी स्मैल मेरे घर में आती है, कृपया खाना बनाते वक़्त अपना ac ऑफ कर लिया करो, या फिर कॉरिडोर का दरवाजा खोलकर खाना बना लिया करो ताकि आपके पड़ोसियों को आपका बना खाना न सूंघना पड़े, हमें साफ पता लग जाता है कि आप कोकोनट का तेल खाने में इस्तेमाल करते हैं। जिससे हमें घर में घुटन महसूस होती है हमें हमेशा अपने दरवाजे खोलकर रखने पडते हैं। कृपया अपने पड़ोसी पर दया दिखाए और चाहें तो यहां से दफा हो जाये।
आपका फ्रस्ट्रेटेड पड़ोसी
मैं चुपचाप वहां के कॉमेंट पढ़ रही थी जिनमें से आधे कॉमेंट यह नियम समझा रहे थे कि सोसाएटी में कोरिडोर का दरवाजा खोलकर खाना बनाना मना है।
कुछ लोगो ने सलाह दी कि आप मूव हो जाये वहां से कहीं और फ्लैट खरीद ले।
वही कुछ लोगो ने बताया कि सभी ac कॉमन है इसलिए किसी के बाथरूम में किसी के घर में बाजू वाले घर से स्मैल आती है।
कुछ ने घरों की सफाई पर सवाल उठाया तो किसी ने ac की सफाई पर।
अब कॉमेंट पढ़ने के बाद मुझसे रुका नही जा रहा था। लेकिन मेरे कॉमेंट करने के बाद सभी मुझे एक एलियन की तरह देख रहे थे। और कुछ ही पल में मुझे समूह के बाहर पटक दिया गया। कॉमेंट कुछ ऐसा था।
डिअर कोकोनट आयल वाली के बाजू वाले पड़ोसी, सुनकर खुशी हुई कि आपकी नाक अच्छे से कार्य कर रही है। यदि आपकी नाक बन्द हो जाती है तो कृपया कोविड टेस्ट के लिए अवश्य जाएं। आपकी शुभचिंतक नेहा शर्मा।
अब बताओ मैंने गलत क्या बोला।
- नेहा शर्मा
बहुत मज़ेदार..! आपने कुछ गलत नहीं किया, केवल कर्तव्य का पालन उचित प्रकार से किया श🙏😊👌