कहानीहास्य व्यंग्य
हुआ यूँ की रुकिए रुकिए जल्दी क्या है आराम से बताएंगे। उ का है ना कि चटपटी बातों में थोड़ा मजा ले लेकर बिल्कुल मिडिल क्लास फैमिली वाला लुक लेकर बताना चाहिये। आखिर हम भी तो मिडिल क्लास फैमिली से ही हैं। हममें अभी तक टूथपेस्ट पर बेलन चलाकर ही उसमें से पेस्ट निकालने की कला बाकी है। और उ वाली कला भी थाली में एक बूंद भी घी लगा हो तो चाट चाटकर थाली चमकाने वाली कला।
चलिये बहुत मजे ले लिए अब मुद्दे पर आते है। हुआ यूं कि कल हम फेसबुक की गुमनाम है कोई बदनाम है कोई ऐसे मोमबत्ती लेकर कुछ सॉर्ट आउट करने की तलाश में टहल रहे थे। अरे बाबा देखते क्या हैं!!! एक पोस्ट का स्क्रीनशॉट। उस स्क्रीनशॉट पर इतना रायता इतना रायता इतना रायता की बेचारा स्क्रीनशॉट वाला भी नही समेट पा रहा था। वैसे हमारे बहुत से दोस्त हैं जो जरा जरा सी बात पर स्क्रीनशॉटवा परोस देते हैं। और बाकी की जनता वहां ऐसे पहुंचती है जैसे वहां फ्री में बूंदी के लड्डू बंट रहे हो। ऐसी पोस्ट पर पोस्ट करने वाले का खून उबलता है और बाकी जनता मजे लेती है।
वैसे स्क्रीनशॉट तो इसी सोच के साथ पोस्ट किया जाता है कि बाकी लोग सतर्क हो जाये या फिर जिसको परोस रहे है। उसकी इज़्ज़त की ढोलकी बज जाए। साथ में जनता की हमदर्दी मिले सब लोग कॉमेंट में आकर साइड लें। और ऐसा होता भी है। चलिये टेम वेस्ट नही करते आगे बढ़ते हैं। तो जो जनाब हैं उन्होंने स्क्रीनशॉट तो यही सोचकर परोसा था। पर यह क्या.... चलिये पहले माजरा समझा दूँ नही तो आप सभी कहेंगे कि नेहा क्या कहा रत्ती भर भी दिमाग में नही गया।
सुनिए मतलब पढिये।
स्क्रीनशॉट में था कि कैसे एक आदमी ने नौकरी की बात करने के लिए मैसेज किया। लेकिन जब आदमी ने उसको बजट पूछा तो उसने उसको रुड़ मतलब बत्तमीजी से बात क्यों कर रहे हो ऐसे बोल दिया बस इसी बात से बढ़ते बढ़ते बात बढ़ गयी। फिर उस बाल की खाल निकली। खाल क्या निकली पूरा शेर ही निकल आया। उस आदमी ने स्क्रीनशॉट डाल दिया और बोला कि इसे बात करने की तमीज नही है। कुछ लोगो ने कहा कि लोग 500 या 600 रुपये में बिक जाते हैं। इस पर उस आदमी का जवाब था कि जब वो बजट बताने को तैयार नही था तो इसमें बिकने की क्या बात है। खैर बात इतनी बढ़ी की ग्रुप के एडमिन के बुलाया गया। बात निकलते निकलते निकलते निकलते इस नतीजे पर पहुंची की जिसने स्क्रेनशॉट डाला वह आदमी नही औरत है। अब समूह में पोस्ट पर सब लोगों ने यह छोड़ दिया कि उस स्क्रीनशॉट में क्या हुआ उसके साथ क्या ज्यादती हुई। सबका ध्यान इस तरफ था कि वह महिला अपने पति की id से क्यों मैसेज और पोस्ट कर रही है। बेचारा एडमिन च च च च इतनी बुरी तरह कंफ्यूज हुआ कि किसी तरह अपनी जान बचाकर वहां से भागा। और मैं साइलेंट मोड़ पर सबके कॉमेंट पढ़ रही थी। एक ने तो हद ही कर दी थी लिखा था। मैडम जी सॉरी सर जी नही सॉरी मैडम जी बताइये कहाँ फोकस करना है। इस स्क्रीनशॉट पर, आप पर या आपकी id पर कार्यवाही तभी आगे बढ़ेगी।
तो ऐसे हो जाता है कभी कभी वैसे नेहा के खजाने से एक और बात, स्क्रीनशॉट डालकर आप महान नही बनते हैं जनता की नज़रों में मखौल का कारण बनते हैं भले ही लोग आपका पक्ष लेकर पोस्ट पर कुछ भी कह दें परन्तु इनबॉक्स में जो बातें होती हैं शशशशशश किसी से नही कहना। इसलिये स्क्रीनशॉट छोड़ो और खुश रहो। लिखते रहो पढ़ते रहो हँसते रहो। - नेहा शर्मा
बहुत ही खूबसूरत पोस्ट..! पढ़ने पर हंसी रोकना मुश्किल है.. आपकी सीरीज़ '' जिज्जी '' याद आ गयी 😊👌