कहानीसामाजिक
प्रतियोगिता हेतु
फेसबुकिया प्यार
१३/०२/२०२१
आधुनिक भारत की कल्पना हो और फेसबुक का नाम न आए!और फेसबुक का जिक्र हो और फेसबुकिया प्यार का नाम न आए,यह तो हो ही नहीं सकता।
आज की नौजवान पीढ़ी, बीते ज़माने की पीढ़ी और बच्चे सबके लिए फेसबुक की एक ही दीवानगी है।कोई किसी से पीछे नहीं है।अगर युवा इसके दीवाने हैं तो प्रौढ बहती गंगा में हाथ धोने से पीछे नहीं हैं। यहां नाम बदले हुए कई एंजेल प्रिया आपको मिल जाएंगी।
युवक जहाँ छद्म नाम रखकर लड़कियों को भरमाने में लगे हैं।गाढ़ी कमाई से मंहगे गिफ्ट खरीद कर उन पर न्यौछावर कर रहे हैं, वहीं युवतियाँ भी रईस ,हैंडसम राजकुमार को अपनी 16 कलाओं से रिझाने में लगी रहती हैं, खूबसूरत दिखाने वाले इतने ऐप्स आ गए हैं कि हम जिनकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते।
निजी जीवन में शराफत का मुखौटा लगाए बहुतेरे डिजिटल प्यार की नौका परवान करने का प्रयास करते रहते हैं। इन्टरनेट के इस चमत्कार से अब वे घर बैठे ही तरह -तरह के इमोजी से रोमांस का लुत्फ़ उठा सकते हैं।अपने शिकार का दीदार कर सकते हैैं।.... यहाँ तक की इससे आगे भी बढ़ सकते हैं।
आइए मिलते हैं नीलू से इन्हें फेसबुक पर आदित्य से प्यार हो गया।ये रहती थीं पटना और घर छोड़कर पहुंच गई हाथरस, अपने प्रेमी के पास। यही नहीं दोनों ने शादी भी कर ली।
इधर पिताश्री की जब आंखें खुलीं, उन्होंने पटना में रिपोर्ट दर्ज करवाने के लिए आकाश पाताल एक कर दिया। खैर लड़की को बरामद कर लिया गया और मां- बाप के सुपुर्द कर दिया गया।आशिक महाशय मौके से फरार हो चुके थे।
पता चला कि इस युवक का नाम भी असली नहीं था। कुछ दिनों से फेसबुक के माध्यम से यह लड़कियों से प्यार की पींगे बढ़ाने में लगा था। आखिर यह लड़की,नीलू जाल में फंसे गई और अपने परिजनों को छोड़ फेसबुक प्रेमी से मिलने के लिए हाथरस पहुंच गई। युवक इससे नकली शादी के बाद अपने रिश्तेदारों के यहां पहुंचा।
पुलिस की सजगता से युवती को बरामद कर लिया गया,जबकि प्रेमी फरार हो चुका था।इस कहानी में तो युवती सही सलामत घर पहुंच गई किंतु कितने फेसबुकया प्यार किस अंजाम तक पहुंचते होंगे! परवान होने से पहले ही न जाने किस-किस की बलि ले लेती होंगी! प्रेमी बनकर अस्मत लूट लेने के बाद हत्या कर देने वाले किस्से भी हमने सुने हैं। अंतरंग संबंध बनाने और उन तस्वीरों को दिखाकर ब्लैक मेलिंग भी कोई सी अनहोनी बात नहीं है। अनेकों फरेब की कहानियों में कुछ शायद ऐसे फेसबुकिया प्यार भी हों जो सुखद अंजाम तक पहुंचते हैं, मगर उसके लिए खतरा मोल लेना..!
गीता परिहार
अयोध्या