कवितानज़्मलयबद्ध कविता
कुछ बातें कड़वी होती हैं।
कुछ बातें कठिन होती हैं।
कुछ बातें लिखा ख्याल होती हैं,
तो कुछ बातें कभी बदल नहीं पाती हैं।
कुछ बातें सीधे दिल को लगती हैं।
कुछ बातें लबों को सिलती है।
कुछ बातें रूबरू होती हैं,
तो कुछ बातें रूह को सताती है।
कुछ बातें अपनों की होती हैं।
कुछ बातें गैरों से होती हैं।
कुछ बातें इमारत की ईंट होती है,
तो कुछ बातें पुरानी हो जाती हैं।
कुछ बातें केवल घाव लिए होती हैं।
कुछ बातें साजिशों का नकाब लिए होती हैं।
कुछ बातें बेबस होती हैं,
तो कुछ बातें तलब खोजती हैं।
कुछ बातें रातों की ठंड होती है।
कुछ बातें अचानक मौसम बदलती हैं।
कुछ बातें गिरह बांधती हैं,
तो कुछ बातें मन को उलझाती हैं।
कुछ बातें लफ़्ज़ों की गुलाम होती हैं।
कुछ बातें बेबाक होती हैं।
कुछ बातें मदहोश करती हैं,
तो कुछ बातें गुनेहगार होती हैं।
कुछ बातें रोज़ की जिंदगी होती है।
कुछ बातें पल पल रंग बदलती हैं।
कुछ बातें एक घूंट होती है,
तो कुछ बातें गले नहीं उतरती हैं।
कुछ बातें गिरे पत्ते की तरह होती हैं।
कुछ बातें वहीं के वहीं रह जाती हैं।
कुछ बातें नींद से जगाती हैं,
तो कुछ बातें बैचेनी में सुलाती हैं।
कुछ बातें दिल में रह जाती हैं।
कुछ बातें घर घर भटक जाती हैं।
कुछ बातें नज़ारें कहती हैं,
तो कुछ बातें सपनों को गढ़ती हैं।
कुछ बातें आईना तोड़ती हैं।
कुछ बातें तस्वीर बनाती हैं।
कुछ बातें काग़ज़ी होती हैं,
तो कुछ बातें मोड़ दी जाती हैं।
कुछ बातें सुरज की रोशनी होती हैं।
कुछ बातें कभी तंग करती हैं।
कुछ बातें टपकती बूंद होती हैं,
तो कुछ बातें धीरे-धीरे होती हैं।
कुछ बातें अपना मिज़ाज रखती हैं।
कुछ बातें अन्दाज़ बदलती हैं।
कुछ बातें तोहफों की तरह होती हैं,
तो कुछ बातें कभी कभी हुआ करती हैं।
कुछ बातें सिर्फ बातें होती हैं।
कुछ बातें छूती हवा होती हैं।
कुछ बातें एक सूरत होती हैं,
कुछ बातें अपनानी पड़ती हैं।