किरदारों से बना एक किरदार हूं मैं,
दुनियादारी की नज़रों से देखो तो बेकार हूं मैं।
कई नामों से नवाज़ा हैं इस ज़माने ने मुझे,
एक शब्द में कहूं तो कलाकार हूं मैं।।
#Followers 4
#Posts 2
#Likes 4
#Comments 1
#Views 393
#Competition Participated 0
#Competition Won 0
Writer Points 2010
#Posts Read 1
#Posts Liked 1
#Comments Added 0
#Following 0
Reader Points 10
London is the capital city of England.
कवितानज़्म, गजल
सुनो एक बात कहता हूं ज़रा तुम गौर से सुनना ।
शिकन माथे की ये तेरी, गवारा है नहीं मुझको,
जो बाते दर्द की सादिक, वो सारी मुझको अता कर ।
तेरी खामोशियों से गम की, जो बूंदे टपकती हैं,
पिला दे मुझको किसी रात,
Read More
कवितानज़्म, गजल
सुनो एक बात कहता हूं, ज़रा तुम गौर से सुनना।
मैं ज़्यादा जानता नहीं, मोहब्बत के सलीको को,
मुझे बस इल्म है इतना तुझे हसता हुआ देखूं।
जो बाबस्ता, कभी आंसू ठहरे आंख में तेरी,
वजह इश्क के सिवा, उसकी कुछ
Read More