Login
Login
Login
Or
Create Account
l
Forgot Password?
Trending
Writers
Latest Posts
Competitions
Magazines
Start Writing
About Us
Terms and Condition
Privacy Policy
Help Videos
About Us
Terms and Condition
Privacy Policy
Searching
"मिले"
कविता
इतना हँसो कि रोने का वक्त ना मिलो
गृहस्थी
एक नज़रबंद कैदी
जब भी छुओगे मिलेगी नमी मुझमे
इतना हँसें कि रोने का वक्त ना मिले
मैं क्या चाहता हूँ
मिले खुदसे हुए ज़माना सा लगता है
तुम मिले
दिप जैसे चमकते रहो तुम ...
पढ़े चलो, पढ़े चलो.....
कुछ तीर तुक्के
आज मिलेगी वो मुझसे...
"काश मिले फिर तेरे आँचल का कोना"
मेरे दिल की मंजिल
तुम जो मिले
सपनों को उड़ान मिले
तुम
मन की रफ्तार
तुम मिले ऐसे...
तुम हमसे मिलें ऐसे
उसी की रहगुज़र हो गए
फुलवारी
सब शिक्षकों को प्रणाम
प्रभु राम नाम का अवलंब
बृज भाषा में सवैया
किस्मत से ❤️
हयात में मिले हर फ़रेब से वाकिफ़ हूँ
कुरबत मिले तो जीकर देखें
मजनू बनजायें गर हमको लैला मिले
इबादत करने आना
उतने ग़म न मिले
किताब पुरानी पढ़ो ख़्यालात नये मिलेंगे
मुद्दत हुई जिसे खुदसे मिले
गैरों से ज्यादा अपनों के ग़म मिले
तजरबात मिले
मिले भी नहीं और याद उन्हीं को किया
इतने क़रीब मिले
ख़ामोशियों से मिले घाव भी जल्द नहीं भरते
तन्हायी
अपनी कमियों पर भी गौर करना
मिले नहीं बुराई किसी सूरत जमाने से
धनत्रयोदशी का मिले वरदान बुलन्द हो नाम आपका
हर किसीको मौसमे-बहार ख़ुशनुमा मिले
मिलें कैसे दो किनारे
कहानी
दो सितारों का मिलन
लेख
अनुपम कृति है ज़िंदगी न मिलेगी दोबारा
Edit Comment
×
Modal body..