पत्रिका का आवारण पृष्ठ सहित आंतरिक पृष्ठ में की गयी सुंदर सजावट पाठकों के मन को मोहित कर लेने में सक्षम है। बिना किसी शुल्क के हमें ऑनलाइन माध्यम से इतनी प्यारी पत्रिका पढ़ने को मिलती है यह हमारे लिए व साहित्यिक जगत के लिए सौभाग्य की बात है। मैं पत्रिका के आवरण पृष्ठ निर्माता सहित साहित्यक अर्पण संस्थापिका जी की अथक मेहनत को प्रणाम करता हूँ, भविष्य में भी हमें इसी तरह यह पत्रिका पढ़ने के उपरांत सुख देती रही है यही अपेक्षा है। साहित्य अर्पण त्रैमासिक पत्रिका का भविष्य उज्जवल है इसमें कोई शंका नहीं है। बधाई अनेकानेक
शुक्रिया अनुज
बहुत सुन्दर और सराहनीय रचनाएँ..!!
शुक्रिया आदरणीय