कविताअतुकांत कविताअन्य
विवाह के बाद
पुरुष! अपने विचार व व्यवहार में
लाता है सूक्ष्म परिवर्तन,
और स्त्री! विचार व व्यवहार में
लाती है दीर्घ परिवर्तन।।
विवाह के बाद
पुरुष! ससुराल वालों को क्षणिक आदर
देने में भी झिझक महसूस करता है,
और स्त्री! पति के परिवार को
अपने परिवार की भाँति मान सम्मान देती है।।
विवाह के बाद
पुरुष! स्त्री पर आधिपत्य जमाने में
कोई कसर नहीं छोड़ता है,
और स्त्री पति के परिवारवालों का
ख़्याल रखने में कोई कसर नहीं छोड़ती है।।
विवाह के बाद
पुरुष! जीवनसंगिनी से जीवन भर साथ निभाने
ख़ातिर करता है वायदा,
और स्त्री वायदा न करके भी
ताउम्र हर परिस्थिति में
परिवार का साथ निभाती है।।
विवाह के बाद
पुरुष! बात-बात पर अपनी पत्नी के
परिवारवालों को नीचा दिखाने का
करता रहता है प्रयत्न,
और स्त्री! पति के परिवार रुपी आँगन में
प्रेम व समर्पण का बीज बोने का
करती रहती है निरंतर प्रयत्न।।
©कुमार संदीप
मौलिक, स्वरचित