कवितागीत
सा रे गा मा संगीत उत्सव २०२१
समूह प्रेम तरंग, कहानी गीतों भरी
कहानी अंत का आरंभ-भाग-दो
(गीत)
आखों में चमकता प्यार तेरा
मुझको न पागल कर जाए
जीते हैं बस तेरे लिए।
हम जीते जी न मर जाएं।
तेरी ओठों की सुर्ख लाली से
बहारे रंगीन होती हैं
तेरे जूल्फो के पनाह तले
ये रात रंगीन हो जाए।
मैं बंजारा तेरे सपनों का
फेरा देता रहता हरदम
मेरे सपनों की तू रानी है
जहां बैठे बहार आ जाए।
आखों में चमकता प्यार तेरा
मुझको न पागल कर जाए।