कहानीलघुकथा
"अच्छा हम कब शादी कर रहें है"।
"जल्द ही"
"तुमसे जब भी पूछती हूँ यही उत्तर मिलता है, तुम्हे शादी करनी भी है या नही?"
"जानू तुम तो गुस्सा हो गयी शादी करनी है पर इतनी जल्दी नही, अभी मैं कमाता ही कितना हूँ बस एक बार सैटल हो जाऊं फिर तुम्हारे घर तुम्हारा हाथ मांगने आऊंगा"
"सच"
"मुच्"
"उम्म्म्म आई लव यू जानू"
"आई लव यू टू"
लड़की के जाने के बाद लड़के के दोस्त आते हैं
"अखिल बड़ा सॉलिड माल है कैसे पटाया"
"बस पटा लिया यार मेरी छोड़ तू अपनी सुना आजकल रेखा के पीछे भाग रहा है"
"हां यार बड़ी नखरे वाली है भाव ही नही दे रही है"
"तू कहे तो मैं बात करूं अपनी वाली से वो उसकी अच्छी दोस्त है, हो सकता है कुछ बात बन जाये"
"चल छोड़ जाने दे यार, नही मिली तो कोई और देखेंगे दुनिया में लड़कीयों की कमी थोड़ा ही है"
"वैसे तेरी बात से याद आया यार सीमा भी शादी के पीछे पड़ गयी है, तुझे तो पता है तेरा भाई हैंडसम है खाने पीने के दिन है उसके, शादी करूँगा तो किसी ढंग की संस्कारी लड़की से ऐसी लड़की से थोड़ा ही करूँगा"
"चल छोड़ जाने दे अब क्या करें इन लड़कियों को कौन समझाए की हमें लड़की मौज मस्ती के लिये चाहिये होती है।"
"हाँ यार बस एक बार हाथ लगाने दे मुझे खुद को फिर तो मैं मुड़कर भी न देखूँ उसे"
"मुड़कर भी न देखूँ!" अचानक पीछे से आवाज आती है दोनो पीछे देखते हैं सीमा और रेखा खड़े थे, अब अखिल और उसके दोस्त के चेहरे का रंग उड़ा हुआ था, सीमा अखिल का कॉलर पकड़ते हुए,
"क्या कह रहे थे तुम, संस्कारी लड़की? तुम जैसे लड़के छोड़ते हो क्या संस्कारी किसी लड़की को जो खुद के लिये ढूंढ रहे हो"
रेखा भी पैर से चप्पल निकालकर मारते हुए,
"सीमा मार इनको ये किसी के लायक नही, अच्छा हुआ आज इनकी असलियत सामने आगयी नही तो न जाने कितनी लड़कियां और ऐसे आशिकों के जाल में फंसती और इन्हें तो आज से हम बताएंगे अब इनकी वीडियो बनाउंगी मैं और इसे इंटरनेट पर वायरल न किया तो कहना"
अखिल हाथ जोड़ते हुए माफ कर दो हमें अब हम कभी ऐसा नही करेंगे,
सीमा कॉलर खींचते हुए
"नही तुम करो खूब करो, किसने मना किया है, पर अब तुम्हे हम नही बख्शेंगे"
"चल सीमा काम हो गया अब इनके संस्कार दुनिया को दिखाते हैं"
कहकर दोनो हाथ में पर्स उठाकर निकल पड़ती हैं, लड़कियों को ऐसे लड़को के चंगुल से बचाने" - नेहा शर्मा