लेखअन्य
ऐ कलम मेरी, मेरे अल्फाज़ लिख दो।
दिल में दबी जो बात है, वो राज़ लिख दो।
कहने को हूं बेचैन, पर कैसे कहूं मैं..
अनकही वो बात, वो आवाज़ लिख दो।।
जिंदगी का ग़म, उन टूटे दिलों को।
खुशियों का वो कल, उन बीते पलों को।
चाह में उसके जो थे सपने सजाए..
तन्हाई की रात की, वो बात लिख दो ।।
दूर होकर पास का एहसास है जो।
वो मेरी है यह मेरा विश्वास है जो।
प्यार में खोकर भी पाने की वो हसरत..
ये मोहब्बत का मेरा अंदाज लिख दो ।।
- आकाश त्रिपाठी (जानू)