Help Videos
About Us
Terms and Condition
Privacy Policy
अलविदा 2020 - Bandana Singh (Sahitya Arpan)

कवितालयबद्ध कविता

अलविदा 2020

  • 196
  • 3 Min Read

अलविदा २०२०

जैसा इसका नाम
वैसी ही रही टीस
दे गया घाव कई
अलविदा 2020।

अपनों की अबोल दुश्वारियां
लोगों के दुखों की क्यारियाँ
देकर बलाएँ जीवन रहा घिस
अलविदा संघर्षों भरा २०२०।

जीवन आनी जानी है
माना की तुफानी है
पर इसमें ठहराव जरा
लगता मनमानी है।

करोना का जंग है
इंसानियत भी दंग है
ना कोई संग है,
दे गया यह सीख।
अलविदा 2020।

अपनों से अपनों की दूरियां
मजबूरों की मजबूरियाँ
आखों से होते ओझल सपनें
ये कैसी अजब दुनियां।

तरक्की की राहों पर
भौतिकता की चाहों पर
हमको कहाँ तक ले आया
जो यह समय रहा बीत।
अलविदा 2020।

20201231_055318_1609374248.jpg
user-image
Ankita Bhargava

Ankita Bhargava 3 years ago

बढ़िया

Bandana Singh3 years ago

आपका सहृदय धन्यवाद

प्रपोजल
image-20150525-32548-gh8cjz_1599421114.jpg
माँ
IMG_20201102_190343_1604679424.jpg
वो चांद आज आना
IMG-20190417-WA0013jpg.0_1604581102.jpg
तन्हाई
logo.jpeg