कविताअतुकांत कविता
जब ईश्वर हमसे बेहद ख़ुश होते हैं
तब ईश्वर हमें कीमती उपहार से भी
अधिक अनमोल उपहार देते हैं
हाँ, उस अनमोल तोहफे का नाम है, "बेटी"।।
जब बेटी जन्म लेती है, घर के कोने-कोने में
एक अज़ब-सी ख़ुशी उमड़ती है
घर का हर एक सामान लगता है कि
मुस्कुरा रहा है, खिलखिला रहा है।।
बेटी के जन्म की ख़बर सुनकर
एक आदर्श परिवार में हर सदस्य के अंतर्मन
ख़ुशी की बारिश होने लगती है
ख़ुशी से पलकों की कोर भीग जाती है।।
जब बेटी जन्म लेकर आती है घर, आँगन में
तो बेटी साथ में लेकर आती है
ख़ुशियों का पिटारा, मुस्कान की थैली
और भी बहुत कुछ साथ लेकर आती है बेटी
यह कहना कतई अनुचित नहीं है कि
जब बेटी आती है घर में तो
घर सचमुच उस दिन प्यारा ही नही
बेहद प्यारा नज़र आता है।।
©कुमार संदीप
मौलिक, स्वरचित