Help Videos
About Us
Terms and Condition
Privacy Policy
जिन्दगी की राह - Madhu Andhiwal (Sahitya Arpan)

कविताअतुकांत कविता

जिन्दगी की राह

  • 170
  • 2 Min Read

जिन्दगी की राह

हर तरफ धुंध सी छाई क्यों है
नजरें बोझ से पथराई क्यों हैं
समय तो समय से गतिमान है मगर
जिन्दगी एक मोड पर ठहराई क्यों है

क्यों सफर आसान नहीं जिन्दगी का
पता क्यों मालूम नहीं मंजिलों का
दौड सपनों को छू लूं मै मगर
अंधेरों ने राह छुपाई क्यों हैं

सफर की ठोकरों से लहुलुहान है मन
राह की मुश्किलों से परेशान है मन
सोचें भी अगर कि एक कदम और बढ़ाऐं
पांव मे बेडियां पहनाई क्यों हैं

logo.jpeg
user-image
Champa Yadav

Champa Yadav 3 years ago

बहुत... सुन्दर।

नेहा शर्मा

नेहा शर्मा 3 years ago

बहुत सुंदर

Madhu Andhiwal3 years ago

Thanks

वो चांद आज आना
IMG-20190417-WA0013jpg.0_1604581102.jpg
तन्हाई
logo.jpeg
प्रपोजल
image-20150525-32548-gh8cjz_1599421114.jpg
माँ
IMG_20201102_190343_1604679424.jpg
आग बरस रही है आसमान से
1663935559293_1717337018.jpg