कवितालयबद्ध कविता
~~~शुभ_दिपावली~~~
दिवाली आई भाई, दिवाली आई
देखो कैसे रोशन हो गए, जग सारे
जैसे तारे उतर आए हो, धरा पर
रंगोली से सज गए, आंगन सारे
महक उठा घर, पकवानों से ।
दिवाली आई भाई, दिवाली आई
जगमग हो गए, पटाखों से आसमान
लक्ष्मी-गणेश! की कृपा, बरसे सब पर
रंग-बिरंगे प्रसाद, खोई, फल से
देखो कैसे, भोग लगाए सब ।
दिवाली आई भाई, दिवाली आई
गूंज उठा शहर सारा, फटाखो से
राग-द्वेष भूलाकर, देखो कैसे
आपस मे गले मिले, सब
सभी व्यस्त हैं घरों को, सजाने में
नहीं फुर्सत किसी को, एक पल की ।
दिवाली आई भाई, दिवाली आई
हो गया वक्त अब, आरती का देखो
पूरे परिवार संग बैठ, पूजा करे सब
लक्ष्मी माता! की आरती गूंज गई, जग में सारे ।
तीन दिवस का है, यह त्यौहार
दीप जलाओ, खुशियाँ मनाओ ।
दिवाली आई भाई, दिवाली आई.....!!!
@चम्पा यादव
14/10/20