कविताअतुकांत कविता
भारत के लाल
उस महान विभूति को
कैसे हम भूल गए
गांधी जी को याद किया
उनको तो भूल गए
पैदा हुए थे उसी दिन,
जिस दिन बापू का था हुआ जन्म
भारत-पाक युद्ध में जिसने
तोड़ दिये दुनिया के भ्रम।
लालों में वो लाल बहादुर
भारत का वह प्यारा
कष्ट अनेकों सहके जिसने
निज जीवन रूप संवारा
उनको मैं कोटि कोटि नमन् करूँ
भारत का था रखवारा
हृदय में वो जीवित रहेंगे
याद करेगा हिंद सारा
एमके कागदाना