कवितालयबद्ध कविता
#अधूरी दास्तान
*आओ तुम्हे सुनाऊ,प्यार की एक अधूरी दास्तान*
*सफर में हमारा एक दूजे का हाथ पकड़कर साथ साथ चलना*
*बस यूं ही एक प्यारी सी प्यार की कहानी का बनना*
*बहुत याद आता है, एक अजनबी से दिल से लगाव हो जाना*
*हँसना खेलना रूठना मनाना
बस उसकी प्यार भरी बातो में खों जाना*
*बहुत याद आता है दिल से दिल के तारो का जुड़ जाना*
*गलती करने पर कभी कभी प्यार से डाँटना*
*सही गलत के बारे में समझाना*
*बहुत याद आता है एक प्यार भरी दोस्ती का अधूरा रह जाना*
*अपने दिल मे उसे छुपाकर रखना *
*दुनिया की नजरों से उसे बचाकर रखना*
*बहुत याद आता है उसकी बाहों के झूले में झूल जाना*
*किस्मत के आगे हार जाना*
*फिर एकदिन हमेशा के लिए बिछड़ जाना*
*बहुत याद आता है दो दिलों के मिलन का अधूरा रह जाना*
*उसकी यादो में आँसू बहाना*
*साथ न होने पर भी पहले प्यार के अहसास को महसूस कर पाना*
*बहुत याद आता है एक सच्चे प्यार की अधूरी दास्तान का अधूरा रह जाना*
ममता गुप्ता
अलवर (राजस्थान)