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Sahitya Arpan - Puja Gupta
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Puja Gupta

'Puja Gupta'

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  • कविताअतुकांत कविता

    मिलकर भगायेंगे कोरोनावायरस

    • Edited 3 years ago
    Read Now
    • 293
    • 5 Mins Read

    होकर मजबूर रह रहे हैं हम सब दूर-दूर,
    कोरोना ने कर दिया हमें इतना मजबूर।
    बन कर रहना है हमें एक-दूसरे का साहस,
    भगाना है हमें देश से कोरोना नाम का वायरस।
    बिना घबराए पालन करना है सारे नियम,
    मास्क, सेनिटाइजर,
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    मिलकर भगायेंगे कोरोनावायरस,<span>अतुकांत कविता</span>
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    नेहा शर्मा

    नेहा शर्मा 3 years ago

    पूजा जी इसी रचना को आपके प्रोफाइल में जाकर एडीट कीजिये। एडिट करते समय ही आपको वहां प्रत्तियोगिता में ऐड करने का ऑप्शन मिलेगा। उस ऑप्शन का चुनाव कर सभी प्रक्रिया फॉलो करते हुए इसको प्रकाशित कर दीजियेगा।

    Puja Gupta3 years ago

    ऐसा किया मैंने पर प्रतियोगिता में मेरी रचना नहीं दिख रही है।

    नेहा शर्मा

    नेहा शर्मा 3 years ago

    यदि आपने रचना प्रत्तियोगिता हेतु लिखी है तो रचना प्रत्तियोगिता में ऐड अवश्य किजियेएगा

    Puja Gupta3 years ago

    कैसे करे प्रतियोगिता में ऐड

    कविताअतुकांत कविता

    भ्रुणहत्या

    • Edited 3 years ago
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    • 176
    • 2 Mins Read

    माॅं हुई जो मैं तेरी कन्या क्या कर‌ दोगी तुम मेरी हत्या,
    कैसे तुम रह पाओगी कर के तुम मेरी हत्या।

    पैदा होकर मैं कभी ना करूंगी तुमको अपमानित,
    बन कर तुम मेरी जननी खुशियां पाओगी अनगिनत।

    घर की लक्ष्मी
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    भ्रुणहत्या,<span>अतुकांत कविता</span>
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    नेहा शर्मा

    नेहा शर्मा 3 years ago

    bahut hi marmik rachna

    Puja Gupta3 years ago

    Dhanyawad

    कविताअन्य

    जिंदगी

    • Edited 3 years ago
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    • 138
    • 1 Mins Read

    हो कर बेरूखी ये जिंदगी,
    कब किसका साथ छोड़ जायेगी,
    हम रूठे रहे एक-दूजे से
    अपनो से पराया ये कर जायेगी।

    जिंदगी,<span>अन्य</span>
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    Sahitya Arpan

    Sahitya Arpan 3 years ago

    kya 4 lines hi h check kijiyega

    Puja Gupta3 years ago

    Haa ye 4 lines hi h