कविताअतुकांत कविता
शीर्षक-हिंदी राष्ट्र धरोहर है
हिंदी से हिन्दुस्तान है।
हिंदी मां के भान की बिंदी है।
हिंदी मोती नहीं सागर है।
हिंदी अलौकिक चेतना है।
हिंदी राष्ट्र धरोहर है।
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छंद सुमधुर हर एक वर्ण धवल है।
संस्कृत की ये दुलारी तनया है।
पाली,प्राकृत की ये भगिनी है।
हिंदी राष्ट्र धरोहर है।
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स्वर तेरह , व्यंजन पैंतीस है ।
ओष्ठ-जिह्वा-कण्ठ-तालु से ,
निकलते मृदु शब्द हैं।
चंद्र बिंदु ,हलन्त ,विसर्ग उबटन।
उपमा यमक इसके आभूषण।
व्याकरण अंलकार मुहावरे ,
शब्दों को सुरम्य बनाते ।
मीठे रसों का ये रसपान करे।
दोहा उपन्यास कहानी है श्रृंगार ।
काव्य-छंद -रस है भोजन ।
हिंदी राष्ट्र धरोहर है।
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एक हजार में हुआ उद्धभव।
इतिहास हमें सभ्यता से जोडे।
लिपि बड़ी निराली है
जैसा लिखें वैसा ही बोले।
प्राचीन नाम हिंदी का ही पाली है।
हिंदी राष्ट्र धरोहर है।
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धर्म का पाठ पढ़ाया जिन्होंने ,
वो तुलसी कबीर संत महान है।
हिंदी की फुलवारी को महकाया,
वो बिहारी ,भूषण,केशव महान है।
हिंदी सुरदास का वात्सल्य है।
गौतम बुद्ध ने हिंदी में ज्ञान दिया।
हिंदी राष्ट्र धरोहर है।
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हिंदी संस्कृति की जननी है।
मुगल-गौरों को इसने धूल चटाई।
हिंदी में राष्ट्रगान हमारा।
सन अठारह में राष्ट्रभाषा हो हिंदी,
गांधी ने आवाज उठाई।
विनोबा ने हिंदी का मान बढ़ाया।
धर्मसम्मेलन शिकागो में हिंदी का,
परचम विवेकानंद ने फहराया।
गुप्त,पंत ,निराला कवियों ने ,
सींच फिर से चमन महकाया।
अटल ने निज भाषण में,
विदेश में मान बढाया।
हिंदी राष्ट्र धरोहर है।
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सन उन्चास में संविधान ने,
राजभाषा स्वीकारा।
सन तरेपन में ही तो,
हिंदी दिवस स्वीकारा।
हिंदु-मुस्लिम-सिख-ईसाई ,
आपस में रहते यहां भाई-भाई,
हिंदी ने जोडा आपस में नाता।
हिंदी राष्ट्र धरोहर है।
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देशप्रेम की डोर है हिंदी।
सीखें अन्य भाषाएं पर ,
अपनाएं मां हिन्दी को।
विश्वपटल की तीसरी भाषा का,
निज देश में न करना प्रहार।
संस्कृत-पाली-प्राकृत -अपभ्रंश,
पुरखों की भाषा निज धरोहर।
हिंदी राष्ट्र धरोहर है।
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मोदी जी से उम्मीद है,
बापू के सपने को साकार करेगें,
अयोध्या में रामलल्ला के जैसे,
दस राज्यों में सिमटी ,
हिंदी को राष्ट्रभाषा का ,
सम्मान लौटाएंगे।
हिंदी राष्ट्र धरोहर है।
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हिन्दी दिवस पर आओ प्रण करें,
हिंदी की फुलवारी को महकाएगें।
एक स्वर में आज फिर से गाए,
हिंदी से है पहचान हमारी,
हिंदी है हम ,हिन्दुस्तान हमारा।
हिंदी राष्ट्र धरोहर है।।
स्वरचित
सुमन राठौड़(झुंझुनूं)