लेखअन्य
प्यार क्या होता है?
प्यार वह एहसास है जिसे कभी आप मिटा नहीं सकते..... जिसमें आप खुद को भूल कर अपने प्यार के लिए जीते हो। उसे मुस्कान देने के लिए। आप हजारों कोशिशें करते हो.....!
प्यार वह है जिसके बारे में सोचते ही आपके होठों पर मुस्कान आ जाती है एक ऐसा एहसास जो और किसी के साथ नहीं हो सकता। उसके बातें, मुस्कुराहटे, हरकतें, गुस्सा..... सब में सिर्फ प्यार नज़र आता है.....!
जो प्यार करते हैं वे कभी भी एक दूसरे का साथ नहीं छोड़ सकते..... दूरियों में तो प्यार और मजबूत हो जाता है जो प्यार करते हैं वह कभी एक दूसरे से बोर नहीं हो सकते। उनके लिए 24 घंटे भी कम पड़ते हैं शायद ! एक जन्म भी कम पड़ जाए..... वह तो सात जन्म तक साथ रहते हैं और उसके बाद भी एक दूसरे का ही साथ चाहते हैं.....!
उनके लिए दौलत मायने नहीं रखती। मायने रखती है..... तो सिर्फ उसकी मौजुदगी या हर पल उसका साथ। प्यार में लोग एक दूसरे को नीचा नहीं दिखाते।बल्कि अपने से ऊपर दर्जा देते हैं शायद ! रब के बाद प्यार का ही दर्जा होता है......प्यार मे दो इंसान एक हो जाते हैं.......!
प्यार को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता । प्यार से जितनी खुशी मिलती है उसका अंदाजा लगाना मुश्किल है जब तक आपको किसी से प्यार ना हो जाए......!
प्यार में कोई बंधन नहीं होता है वह तो आजाद पंछी की तरह होते हैं प्यार किसी को बांध नहीं सकता। वो तो खुद पे खुद बंध जाते हैं बिना किसी डोर के एक अजीब- सा आकर्षण होता है जो चुम्बक की तरह जुड़ जाते हैं खुद से ज्यादा प्यार पर विश्वास हो जाता है.....!
इसलिए दोस्तों प्यार तो करना जरूरी है पर उससे भी ज्यादा जरूरी उसे निभाना है.....!!!
@champa यादव
29/08/20