कविताअतुकांत कविता
यादों की
किताब का
हर पन्ना
तेरे नाम
मेरी सांस की तार के
हर स्थान पर लिखा
एक तेरा ही नाम
मन्दिर जाने की
मुझे क्या आवश्यकता
मेरे दिल में ही
प्रभु का वास
कण कण में
मुझे
ईश्वर दिखें
मेरा प्रेम के
अलौकिक संसार से
जुड़ा हुआ
ऐसा गहरा रिश्ता नाता।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) - 202001