कवितालयबद्ध कविता
पुलवामा अटैक में शहीद हुए उन सभी शहीदों को नमन जिनके जाने का जख्म आज भी उनके परिवार वालों के आंखों में दिखता है। हमें गर्व है अपने भारत देश पर जहां हमारे वीर सैनिक दिन रात हमारी ही सेवा में रहते हैं। हमें गर्व है कि हम भारतीय हैं। लोग हमें हमारे देश से जानते हैं न ही किसी जाति या धर्म से।
लाल खून जो लगा जमी पर धरती सोना कहलाई।
मेरे लाल जो सोए कफ़न में अपनी आजादी पाई।
डर नही मौत का पल भर भी उनको
हिन्द देश की सेना कहलाई
गरजे सिंह से दुश्मन पर जो
शहीदों की याद दिला लाई।
14 फरवरी काला दिन था
इतिहास के पन्नों को बतला आई
हर भारतवासी के दिल में गुस्सा था।
यह बात किसी ने नही भुलाई।
मेरे देश के सैनिकों खुश रहो सदा तुम
भारत माता की जय तुमसे कहलाई।
हर देश का युवक बने तुम सा
आज ने ये गुहार लगाई। - नेहा शर्मा
जय हिंद जय भारत।