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ए-माँ तुम खुदा की भी खुदा लगी हमको - Anmol Bohra (Sahitya Arpan)

कविताअन्य

ए-माँ तुम खुदा की भी खुदा लगी हमको

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चित्रआधारित प्रतियोगिता हेतु
विधा - मुक्त

ए-माँ तुम खुदा की भी खुदा लगी हमको
___________________________

बिन तेरे माँ ये ज़िंदगी सजा लगी हमको
मजे में भी ज़िंदगानी बे-मजा लगी हमको

निभाए सबने यहाँ स्वार्थ की ख़ातिर रिश्ते
एक तेरी ममता स्वार्थ से जुदा लगी हमको

सबकुछ है फिर भी ख़ाली-२ से हम रहतें हैं
माँ बिन ये रूह महव-ए-फ़ुग़ाँ लगी हमको

मैं पढता नहीं बाइबल -गीता या कुरआन
माँ ही फ़लसफ़ा-ए-पाठशाला लगी हमको

मेरी हरएक गजल यूँ ही नहीं होती मशहूर
सजदों में माँ ने की हुई दुआ लगी हमको

मेरी सलामती की दुआएं मांगी उसने ता-उम्र
हर धड़कन माँ की जुज़्व-ए-अदा लगी हमको

हर मुसीबत से बचा लेती हो "अमोल" को
ए-माँ तुम खुदा की भी खुदा लगी हमको

स्वलिखित अप्रकाशित तथा पूर्णतया मौलिक
चंद्रशेखर सुंदरलालजी बोहरा
"अमोल"
उर्दू शब्दों के हिंदी अर्थ
फ़लसफ़ा- ज्ञान, विद्या
महव-ए-फ़ुग़ाँ- दुःख में व्यस्त
जुज़्व-ए-अदा- प्रार्थना का हिस्सा

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Gita Parihar

Gita Parihar 4 years ago

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