कहानीलघुकथा
# 19-1-2021
ठंडी रात ---
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आज तो ठंड ने सारे रिकार्ड तोड़ दिये । सूर्य देवता तो शायद किसी तहखाने में चले गये । अब रात का अन्धेरा छाने लगा । अन्धेरा फिर उस पर कोहरा । गरीबों के लिये तो एक आपदा है ये । भूमि खिड़की पर खड़ी उस घटना को सोच रही थी जिसने उसके पूरे परिवार को तोड़ कर रख दिया था ।
भूमि अपने मां पापा की लाड़ली बेटी थी । उससे बड़े दो भाई और एक बहन और थी पर वह तो सबकी प्यारी भूमि थी ।भूमि का परिवार मध्यम वर्गीय था । उसकी बहन बहुत ही सुन्दर थी और पढ़ने में भी बहुत होशियार । कुछ दिन से वह देख रही थी दीदी बहुत परेशान रहती थी । एक दिन पापा और मम्मी ने उन्हें अपने कमरे में बुलाया और कमरा अन्दर से बन्द कर लिया । बहुत देर बाद जब दीदी बाहर आई तो काफी रो रही थी । मम्मी और पापा में धीरे धीरे कुछ बातें हुई ।भूमि छोटी थी वह घर के इस सन्नाटे को नहीं समझ पा रही थी ।
एक यही ठंडी भयानक रात दूर दूर तक सन्नाटा वह मां के पास रजाई में सो रही थी कि अचानक बाहर बहुत से पैरों की चलने की आवाज आने लगी और बहुत जोर से फाटक खुलने की आवाज आई । मां ने पापा को बाहर जाते देखा मां जब तक कुछ समझ पाती कि गोली चलने की आवाज आई मां चीखी इतनी देर में पांच नकाब पोश आते दिखाई दिये । जब दीदी भी कमरे से बाहर आगयी बस आफत आगयी और उन लोगों ने दीदी को उठा कर मुंह बन्द किया और बाहर ले गये और बाहर से फाटक बन्द कर दिया । जब पापा को होश आया तो मम्मी को रोते देखा सारी बाते समझ में आई क्योंकि काफी समय से दीदी को कोई ब्लैक मेल कर रहा था और जब तक पापा मम्मी इस समस्या को समझ पाते ये घटना हो गयी । पापा मम्मी ने पुलिस को फोन कर दिया । बहुत खोजने पर भी दीदी का कोई पता ना चला । पापा इस घटना को सहन नहीं कर पाये और हार्टफेल होगया । दोनों भाई भी इतने समझदार नहीं थे । मां भी बिलकुल शान्त रहने लगी । अब तो इतना समय बीत गया ये ठंडी राते भूमि को झकझोर देती हैं पता ना उसकी बहन का क्या हुआ होगा वह जिन्दा है भी या नहीं बस ये प्रश्न तो है पर उत्तर नहीं ।