कवितालयबद्ध कविता
===============
"भारत माता की संतान"
------------------------------
भारत माता की संतान है,
मां को ना झुकने देंगे हम।
हो जाएं शहीद तो क्या,
मरने का ना होगा गम।
भारत भूमि सदियों से
बलिदानों की गाथा कहती है।
वीरों की भूमि है ये,
हर लहू में वीरता बसती है।
दुश्मन को ना छोड़ेंगे,
खाई है,अब हमने कसम।
भारत माता की संतान है,
मां को न झुकने देंगे हम।
इस धरती का एक टुकड़ा भी,
दुश्मन नाप ना पाएगा।
पांव धरेगा भूमि पर,
फिर वह मुंह की खाएगा।
बांध कफन सर पर निकले हैं,
लेंगे ना अब हम दम।
भारत माता की संतान है,
मां को न झुकने देंगे हम।
शत्रु के दस दस पर अपना,
एक फौजी ही भारी है।
मर जाएं तो ओढ़ तिरंगा,
तेरी शान बढ़ानी है।
मां करें समर्पित खुद को तुझ पर,
फिर शहीद कहलाए हम।
भारत माता की संतान हैं,
मां को न झुकने देंगे हम।
(स्वरचित एवं मौलिक)
शालिनी शर्मा
इटावा,उत्तर प्रदेश