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अच्छा बताइये, विश्व के पहले गणतंत्र का नाम क्या था???
"वैशाली " जी हां ।
कभी गये वहाँ ?
""नहीं।""
तो मैं ले चलता हूँ। राजा विशाल की नगरी वैशाली प्राचीन काल से ही प्रसिद्ध रही है।हो भी क्यू न जब इसने भगवान महावीर को जन्म दिया है, भगवान बुद्ध को कई बार आश्रय दिया है और आम्रपाली की घुंघरुओं में जान डाला है।
यहाँ के राजा के प्रतिनिधि प्रत्यक्ष चुनाव से चुन के आते थे। है ,न! ख़ास ।
आज विश्व के जितने भी गणतंत्र देश है , उसमें वैशाली का ही तो प्राण बसता है।वैशाली को विश्व का प्रथम गणतंत्र होने का गौरव प्राप्त है।
वर्तमान में वैशाली बिहार राज्य में अवस्थित एक जिला है। आप यहाँ पटना से आ सकते है दूरी होगी लगभग 55 किलोमीटर। मार्ग सुगम है।आसानी से आप यहां पहुंच सकते है।बिहार सरकार और पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने सैलानियों के लिये उत्तम प्रबंध कर रखा है।
यहाँ एक विश्व शान्ति स्तूप का निर्माण हुआ है, ठीक पुष्यकरिणी के बगल में । पुष्यकरणी एक तालाब है जिसके जल से राजा का राज्याभिषेक होता था ।
अभी इसमें मछलियां पाली जाती है , जिन्हें मारना अपराध है। ठीक इसके एक तरफ वैशाली का गौरवगान करते महल के खंडहर है।और एक तरफ पुरातत्त्व विभाग का सर्वेक्षणगृह है।
यही से कुछ दूरी पर दो चरणों के निशान है भगवन महावीर के । भगवान् महावीर जैन धर्म के संस्थापक थे ।सभी जैन धर्मावलंबियों के लिए तीर्थ है वैशाली।
कुछ दूरी पर अभी हाल में खुदाई हुई है जहाँ पर चतुर्मुखी भगवान् शिव की प्रतिमा मिली है। वहाँ भव्य मंदिर का निर्माण हुआ है।आप वहां भी जा सकते हैं
पास में ही अशोक स्तंभ है और बौद्ध धर्म के गुरुओ की समाधी है। इन सब धरोहरों को देख आप अचंभित हुए बिना नहीं रह सकते।
खुदाई अब भी जारी है । क्या पता , जब आप वहां जाये तो आपको कुछ और देखने का सौभग्य प्राप्त हो।
अच्छा वर्णन किया है।
अवश्य
जी बहुत आभार, मेरी अन्य रचनाओं को भी पढ़ें।