सुविचारअनमोल विचार
पुत्र धर्म निभाता है, बहन की रक्षा हेतु पापियों से लड़ता है, परिवार की ख़ुशी के लिए जब जाता है शहर माँ-बाऊजी के चरणों को स्पर्श कर आशीष लेता है, ख़ुद की ख़ुशी की परवाह नहीं करता है, हर पल परिवार की ख़ुशी के लिए मुश्किलों से लड़ता है, सचमुच पुरुष महान नहीं पर एक काबिलेतारीफ शख्सियत होता है।।
©कुमार संदीप