Help Videos
About Us
Terms and Condition
Privacy Policy
शरद पूर्णिमा - Anjani Tripathi (Sahitya Arpan)

कविताअतुकांत कविता

शरद पूर्णिमा

  • 249
  • 3 Min Read

आज गगन से अमृत बरसेगा
चांद का मन भी हरसेगा
चांदनी करेगी सोलह श्रृंगार
अब चकोर नहीं तरसेगा
श्याम सोलह कलाओं से
परिपूर्ण होकर
राधा गोपियों संग महारास रचाएंगे
वृंदावन में धूम मचेगी
सबका मन हरसाएंगे
जग को अमृत का पान करा के चांद भी झूम जाएगा
देखकर अपनी चांदनी को
मन ही मन हरसाएगा
शरद पूर्णिमा के अवसर पर
खीर बना कर रख लो सब
रोग मुक्त निरोगी काया
आज के दिन कर लो सब
आज के दिन महालक्ष्मी
धरा पर आकर
अपनी कृपा बरसाएंगी
हर दिल में आनंद बरसेगा
खुशियों की लहर आ जाएगी

अंजनी त्रिपाठी
स्वरचित मौलिक
30/10/20

inbound2163116686768416096_1604058501.png
user-image
Madhu Andhiwal

Madhu Andhiwal 3 years ago

Nice

वो चांद आज आना
IMG-20190417-WA0013jpg.0_1604581102.jpg
तन्हाई
logo.jpeg
प्रपोजल
image-20150525-32548-gh8cjz_1599421114.jpg
माँ
IMG_20201102_190343_1604679424.jpg