Or
Create Account l Forgot Password?
कवितानज़्म
मानाके आदमी आताहै और चला जाता है मशहूर होना मग़र बशर किसे नहीं भाता है! किसी का उस के काम से नाम हो जाता है कोईअपने नाम केलिए बदनाम हो जाता है! © 'बशर' بشر.